पुरोला महाविद्यालय में स्नातकोत्तर विज्ञान वर्ग की कक्षाएं इसी सत्र से
उत्तरकाशी। बर्फिया लाल जुवांठा राजकीय महाविद्यालय पुरोला में इसी शैशिक सत्र से छात्र-छात्रओं को स्नातकोत्तर विज्ञान विषय की कक्षाओं का लाभ मिल सकेगा। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य एनके शर्मा ने बताया कि स्नातकोत्तर कक्षाओं में सत्र 2020-21 में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी । जिसके लिए पैनल भी हो चुका है और पद भी सृजित किये गए हैं जल्द ही प्राध्यापकों की नियुक्ति भी होने की संभावना है। वर्ष 1995 से स्नातक स्तर पर विज्ञान वर्ग की कक्षाएं संचालित होने वाले राजकीय महाविद्यालय पुरोला में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को स्नातकोत्तर स्तर पर इसी शैक्षिक सत्र 2020-21 से विज्ञान वर्ग में डिग्री हासिल हो सकेगी। शनिवार को स्नातकोत्तर स्तर पर विज्ञान विषयों की कक्षाएं संचालित करने के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय, श्रीनगर केंद्रीय विश्वविद्यालय व अन्य महाविद्यालयों एवं टेक्निकल विभाग के पांच सदस्यों की एक पैनल टीम ने महाविद्यालय का निरीक्षण किया। जहां पैनल टीम ने विद्यालय भवन की स्थिति, विद्यालय परिसर सहित पुस्तकालय,प्रयोगशाला,कंप्यूटर प्रयोगशाला,कक्षा-कक्ष आदि अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं की पड़ताल की। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य एनके शर्मा ने कहा कि स्नातक स्तर में मात्र अर्थशास्त्र विषय के प्राध्यापक को छोड़ विज्ञान व कला संकाय में पूर्ण रूप से शिक्षक तैनात हैं। वहीं स्नातकोत्तर कक्षाओं में सत्र 2020-21 में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी इसके लिए पैनल भी हो चुका है और पद भी सृजित किये गए हैं जल्द ही प्राध्यापकों की नियुक्ति भी होने की संभावना है। कहा कि इससे पुरोला ही नहीं अपितु सम्पूर्ण रंवाई घाटी के छात्र-छात्राओं को विद्यालय में स्नातकोत्तर कक्षाएं शुरू होने का लाभ मिलेगा।बता दें कि पुरोला महाविद्यालय के उच्चीकरण को लेकर स्थानीय लोग लम्बे समय से आंदोलित थे। जिसे देखते हुए गत तीन वर्ष पूर्व उच्च शिक्षामंत्री डॉ धन सिंह रावत ने महाविद्यालय को विज्ञान वर्ग के तीन विषयों जन्तु विज्ञान,वनस्पति विज्ञान व रसायन विज्ञान में उच्चीकृत करने की घोषणा की थी। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए उच्च शिक्षा निदेशालय की पैनल टीम निरीक्षण कर चुकी है। कहा कि यदि सबकुछ ठीक ठाक रहा तो क्षेत्र के हजारों युवा जो उच्च शिक्षा ग्रहण करने को देहरादून, उत्तरकाशी,बादशाहीथौल, नई टिहरी आदि शहरों को जाते थे। उन्हें अब पुरोला में ही विज्ञान वर्ग के उक्त विषयों में स्नातकोत्तर डिग्री करने का मौका मिलेगा।