राजभवन घेराव को कांग्रेसियों का हुजूम सड़कों पर उमड़ा हुजूम
देहरादून। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी के आह्वान पर राजधानी देहरादून में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसियों का हुजूम सड़कों पर उमड़ पड़ा। गैर बीजेपी सरकारों को गिराने के षड़यंत्र के विरोध में कांग्रेस भवन से पैदल राजभवन कूच कर रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने हाथीबड़कला बैरियर पर ही रोक दिया। जहां पुलिस व कार्यकर्ताओं बैरीकैडिंग पार करने को लेकर जमकर धक्का मुक्की की। पूर्व सीएम हरीश रावत भी प्रदर्शन के दौरान मौजूद रहे।
मौके पर हुई सभा में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि देश में पिछले कुछ समय से गैर बीजेपी सरकारें गिराने का जो सिलसिला चल रहा है वह लोकतंत्र की हत्या है। आज कांग्रेसी कार्यकर्ता सड़क पर हैं कल पूरे देश की जनता सड़कों पर दिखाई देगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा।
बोले कि, मोदी सरकार जब से सत्तारूढ़ हुई है, चुनी हुई सरकार गिराने, विधायकों की खरीद फरोख्त करने जैसे अनैतिक व लोकतंत्र विरोधी काम बेशर्मी से किए जा रहे हैं। गोवा, अरुणाचल, कर्नाटक, मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकारें न बनने देने व बनी हुई सरकारों को जबरन गिराने से लोकतंत्र पर कुठाराघात हुआ है। राजस्थान में गहलोत सरकार गिराने के लिए कांग्रेस के नाराज विधायकों की आवभगत हरियाणा में खट्टर सरकार कर रही है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विधानसभा सत्र बुलाने के आग्रह पर भी राज्यपाल केंद्र सरकार के दबाव में निर्णय नहीं ले रहे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि, 2016 में उत्तराखंड में भी बीजेपी ने कांग्रेस सरकार गिराने का प्रयास किया था। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उस समय भी इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। आज फिर देश भर में बीजेपी द्वारा चुनी हुई सरकारों को गिराने के खिलाफ कांग्रेसी कार्यकर्ता राष्ट्रव्यापी संघर्ष कर रहे हैं। पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि मोदी सरकार एक सूत्रीय नारा है कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को गिराओ। सभा का संचालन प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने किया। सभा को पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, मनीष खंडूड़ी, पूर्व विधायक राजकुमार ने भी संबोधित किया।
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मास्क हटाउंगा तो पुलिस मुकदमा कर देगी
प्रदर्शन के दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत जमीन पर नही बैठे उनके बैठने के लिए कुर्सी की व्यवस्था सड़क पर ही की गई। हरीश रावत ने अन्य कार्यकर्ताओं के जैसे ही मास्क पहना था। कुछ कार्यकर्ताओं ने मीडिया को बाइट देने में मास्क से हो रही परेशानी पर मास्क उतारने को कहा तो उन्होंने ये कहकर इंकार कर दिया कि यदि वह मास्क उतारेंगे तो पुलिस मुकदमा कर देगी। विरोधी इसी ताक में बैठे हैं कि कब वह गलती करें ओर कब मुकदमा दर्ज हो।
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