रानीखेत अस्पताल की बदहाल सेवाओं पर व्यापार मंडल मुखर
अल्मोड़ा। उपमंडल के सबसे बड़े अस्पताल, गोविंद सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय रानीखेत में बदहाल होती जा रही स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर व्यापार मंडल मुखर हो गए हैं। व्यापार मंडल ने चिकित्सालय के ब्लड बैंक के एकमात्र लैब तकनीशियन से स्टाफ क्वार्टर खाली कराए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि लैब तकनीशियन के अभाव में आपात समय में रोगियों को खून के लिए भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। नगर व्यापार मंडल ने संयुक्त मजिस्ट्रेट अपूर्वा पांडे को ज्ञापन देकर लैब तकनीशियन को तत्काल स्टाफ क्वार्टर आवंटित किए जाने की मांग उठाई। व्यापार मंडल अध्यक्ष भगवंत सिंह नेगी के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि राजकीय चिकित्सालय में लंबे समय से विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद रिक्त होने से सहित स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल हैं। एक साल से फिजीशियन का तक पद खाली है। अब चिकित्सालय प्रशासन ने ब्लड बैंक में तैनात एकमात्र लैब तकनीशियन से स्टाफ क्वार्टर खाली करवा लिया है। जिससे रोगियों को खून संबंधी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अध्यक्ष नेगी ने कहा कि चिकित्सालय परिसर के निवास के दौरान लैब तकनीशियन आधी रात को भी जरूरत पड़ने पर जरूरतमंद रोगियों के लिए रक्त की व्यवस्था कर देते थे। लेकिन स्टाफ क्वार्टर खाली कराए जाने के बाद अब उनके नगर से दूर रहने के कारण रोगियों की भारी फजीहत हो रही है। तकनीशियन को तत्काल स्टाफ क्वार्टर उपलब्ध कराए जाने की मांग उठाई। वहीं, पदाधिकारियों ने चिकित्सालय में स्थाई रेडियोलॉजिस्ट के अभाव में अल्ट्रासाउंड संबंधी दिक्कतों के बारे में भी बताया। कहा कि अब तक स्वयं अल्ट्रासाउंड कर रहे सीएमएस डॉ. डीएस नेई इसी माह सेवानिवृत्त हो रहे हैं। ऐसे में चिकित्सालय में जल्द स्थाई रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति की जानी भी नितांत जरूरी है। ज्ञापन सौंपने वालों में कोषाध्यक्ष दीपक पंत, उपसचिव मनोज पंत, सोनू सिद्दीकी आदि शामिल रहे।