राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की टीमों को यथावत रखने की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पोखड़ा ब्लॉक के सामाजिक कार्यकर्ता दीपक सिंह रावत ने प्रदेश सरकार से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की टीमों को यथावत रखने की मांग की है। साथ ही वाहन स्वामियों का समय पर भुगतान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा मिशन की टीमें स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राष्ट्रीय मिशन में लगे वाहनों की अनुबंध सीमा 2022 तक है, लेकिन 1 मार्च 2021 से ही वाहनों को हटा दिया गया है।
सामाजिक कार्यकर्ता दीपक सिंह रावत ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कहा कि विकासखंड पोखड़ा और एकेश्वर से राष्ट्रीय मिशन की टीमों को हटा दिया गया है, जो विगत वर्षों से कार्य कर रहे थे। 22 मार्च 2020 से कोविड-19 लॉकडाउन से अपनी जान की परवाह किये बिना दिन रात कोविड-19 में राष्ट्रीय मिशन की टीमों ने सेवाएं दी। गांव-गांव पैदल जानकर लोगों के सैंपल लेकर पौड़ी, डोब, श्रीकोट लैब तक पहुंचाये। साथ ही गांव-गांव जाकर बीमार व्यक्तियों को दवाईयां वितरित की, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इन टीमों को पारितोषिक देने के बजाय अन्य विकासखंडों में समायोजित कर दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मिशन में लगे वाहनों को विगत पांच माह से किसी भी बिल का भुगतान नहीं किया गया है। इन वाहनों का अनुबंध 2022 तक था, लेकिन विभाग ने किसी भी पूर्व सूचना एवं कारण के मौखिक रूप से करने से 1 मार्च से वाहन भी हटा दिये, जबकि अनुबंध के समय नये वाहन मांगे गये थे। उन्होंने कहा कि वाहन स्वामियों को विगत पांच माह से बिलों का भुगतान नहीं किया गया है, जिस कारण वाहनों की किस्तव परिवार के भरण पोषण का संकट उत्पन्न हो गया है।