राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एक विचारधारा है: भट्ट
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से रितेश शर्मा सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज जानकी नगर में संघ परिचय वर्ग का आयोजन किया गया।
विभाग बाल प्रमुख रोहित अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मोटाढांग पदमपुर के प्रधानाचार्य मुख्य वक्ता कुंज बिहारी भट्ट ने कहा कि संघ एक विचारधारा है, कुछ लोगों ने भ्रांति फैला रखी है कि संघ सांप्रदायिक है जबकि संघ विश्व का सबसे बड़ा संगठन है, जो धर्म जाति वर्ग के बजाय समभाव से देश-विदेश में सेवा करता है। संघ ने मुस्लिमों की भी उसी भाव से सेवा की जिस भाव से हिंदू, सिख, ईसाई धर्मों के लोगों की सेवा की है। उन्होंने कहा हिंदू एक संस्कृति है जिसे 1925 में सर संघ चालक केशव राव बलिराम हेडगेवार ने स्थापित किया था। 1940 से 1970 तक संघ के द्वितीय सर संघ चालक माधव राव सदाशिव राव गोलवलकर ने इसे आगे बढ़ाया। अयोध्या में राम मंदिर के समर्पण निधि में स्वतंत्र भक्तों ने देश में अब तक 3000 करोड़ रुपए जमा किए हैं। यहां से भी करीब 82 लाख की समर्पण निधि मंदिर निर्माण के लिए भेजी गई है। श्री भट्ट ने कहा कि संघ राष्ट्रवाद की बात करता है, राष्ट्र भक्तों के समर्पण को याद करता है। इस दौरान एनएसएस स्वयं सेवियों ने वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर रोहित शर्मा सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज जानकी नगर के प्रधानाचार्य लोकेंद्र, विभाग कार्यवाह संजय, राकेश, दीपक, गजेंद्र मोहन धस्माना, विजय लखेड़ा, सुरेंद्र बिजल्वाण, श्रीकांत, आशा डबराल, मीना डोबरियाल, ऊषा थपलियाल, कांता प्रसाद, संगीता रावत, अनिल, हरीश, राहुल, रोहित, प्रयाग आदि मौजूद थे।