जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : एकजुट संगठन ने राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर रोष व्यक्त किया है। कहा कि राजकीय बेस चिकित्सालय केवल रेफर सेंटर बनकर रह गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में लोगों की जानें जा रह हैं। जनवरी-2023 से अब तक 538 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि, 2960 मरीजों को रेफर किया गया।
बुधवार र्को ंहदू पंचायती धर्मशाला में संगठन के संयोजक राम कंडवाल ने पत्रकारों से वार्ता की। उन्होनें कहा कि कोटद्वार बेस अस्पताल पर पहाड़ के साथ ही मैदान की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं टिकी हैं। लेकिन, अस्पताल में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है। अस्पताल में फिजीशियन तक नहीं है। हड्डी रोग चिकित्सक भी संविदा पर सेवाएं दे रहे हैं। बेहोशी का चिकित्सक भी दूसरे चिकित्सालय से संबद्ध है। चिकित्सालय में चर्मरोग, मनोरोग विशेषज्ञ नहीं है। कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के कारण समुचित इलाज न मिलने से लगातार मरीजों की मौत हो रही है। सूचना अधिकार के तहत मांगी गई सूचना के अनुसार बेस चिकित्सालय में जनवरी 2023 से अब तक 538 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि अभी तक 2960 मरीजों को बाहर रेफर कर दिया गया है। कहा कि यदि जल्द से जल्द व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ तो जनता आंदोलन को मजबूर होगी। इस मौके पर रमेश भंडारी, शिवानंद लखेड़ा, आरपी पंत, गीता पांडे, महिमा डोबरियाल मौजूद रहे।