वार्षिक गतिविधि रिपोर्ट का विमोचन किया
देहरादून। एस.एल.बी.सी. के ए.जी.एम. नरेंद्र रावत जी द्वारा नेशनल एकेडमी ऑफ रुडसेटी उत्तराखंड की प्रथम वार्षिक गतिविधि रिपोर्ट का विमोचन किया। मंगलवार को स्टेट बैंक एसलबीसी ऑफिस देहरादून में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर बेरोजगारी की समस्या देश में सबसे बड़ी चुनौती रही है। लाखों बेरोजगार युवा, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र से, रोजगार की तलाश में शहरी स्थानों की ओर पलायन करते हैं , उन्हें अपनी पसंद की नौकरी नहीं मिलने के कारण निराशा होती है, निराश युवाओं की बढ़ती जनसंख्या नीति निर्माताओं के लिए एक गंभीर चिंता का विषय था। इन बेरोजगार युवाओं को वृहत संपत्ति में बदलने के लिए, एक नियोजित तरीके से, 1982 में एक अनूठी पहल की गई थी। प्रयोग सफल पाया गया और इसके परिणामस्वरूप धर्मस्थल मंजुनाथेश्वर एजुकेशन ट्रस्ट और केनरा बैंक द्वारा संयुक्त रूप से ग्रामीण विकास और स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (रुडसेटी) की स्थापना की गई द्य भारत सरकार, ग्रामीण विकास मंत्रालय (रूह्रक्रष्ठ) ने बेरोजगारी की समस्या को दूर करने और स्थायी आजीविका के निर्माण के लिए एक प्रभावी मॉडल के रूप में सूक्ष्म उद्यमों को बढ़ावा देने के रुडसेटी दृष्टिकोण को मान्यता दी है। मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सभी बैंकों को रूडसेट संस्थानों के मॉडल पर ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरएसईटीआई) स्थापित करने की सलाह दी। मंत्रालय का उद्देश्य सरकार द्वारा प्रायोजित आजीविका/गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों को बेहतर परिणामों के लिए आरएसईटीआई प्रशिक्षण से जोड़ना है। क्रस्श्वञ्जढ्ढ ग्रामीण विकास मंत्रलय की एक पहल है जो ग्रामीण युवाओं के कौशल को तराश कर उन्हे आत्म निर्भर एवं स्वरोजगार से जोड़ने में कार्यरत है। नेशनल एकेडमी ऑफ़ रुडसेटी को 2019 में आकलन और प्रमाणन का बोर्ड बना और इसी बोर्ड के तहत हृ्नक्र, क्रस्श्वञ्जढ्ढ का आकलन और प्रमाणन करता है, हृ्नक्र के सहायक नियंत्रक धीरेंद्र कुमार वर्मा ने आकलन और प्रमाणन का एक साल पूरा होने पर गतिविधि रिपोर्ट बनाई है जो उत्तराखंड के सारे संस्थानों के 2020-21 वर्ष का विश्लेषण प्रदान करेगी । विगत वर्ष में ष्श1द्बस्र महामारी के बावजुद 127 बैचों का मूल्यांकन एवं प्रमाणीकरण किया गया और 3134 ग्रामीण बेरोजगार प्रशिक्षणार्थियों को शामिल किया गया जिसमें 2971 प्रशिक्षणार्थियों को सफल होने पर प्रमाण पत्र वितरण किया गया।
एनएआर की गतिविधि रिपोर्ट 2020-21 का विमोचन उत्तराखंड एस. एल. बी. सी. के ए. जी. एम. नरेंद्र रावत जी द्वारा किया गया, कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि में डीजी-एन.ए.आर, एन.डी.आर, एन.ए.सी.ई.आर, बी. सी. साहा जी एन. डी. आर. : नेसर, नियंत्रक आकलन और प्रमाणन और उप नियंत्रक आकलन और प्रमाणन, एसपीएम-स्किल-यू.एस.आर.एल.एम डॉ. प्रभाकर बेबनी एवं उत्तराखंड के सभी आरसेटी निर्देशक शामिल है । उत्तराखंड राज्य के सभी आर से टी, यू.एस.आर.एल.एम के सभी डीपीएम और देश से सहायक नियंत्रक आकलन और प्रमाणन भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़े।
राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के ए. जी. एम. नरेंद्र रावत जी ने आर.से.टी के कार्यकलापों से संतुष्टि जाहिर की तथा अपना पूर्ण सहयोग देने की बात कही एवं बेहतर लिंकेज तथा ऋण की व्यवस्था के मह्त्व के बारे में बताया ।
डीजी एन ए आर और आर आर सिंह कंट्रोलर ने आर से टी के कार्यों की सराहना की उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सहायक कंट्रोलर असेसमेंट और सर्टिफिकेशन ने एक वर्ष में सराहनीय कार्य किये है।
अरसेट्टी के राष्ट्रीय निर्देशक बिपुल चंद्र साहा ने कहा कि उत्तराखंड के सभी प्रशिक्षण संस्थानों ने बढ़िया कार्य किया है 7 ष्श1द्बस्र -19 महामारी के समय भी इन्होने अपने लक्ष्य को प्राप्त किया एवं ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में मदद किया ।
सहायक कंट्रोलर असेसमेंट और सर्टिफिकेशन ने कहा कि उत्तराखंड की सभी प्रशिक्षण संस्थाएं उत्तम कार्य कर रहीं हैं इसके लिए संस्थानों के सभी निदेशक महोदय एवं संकाय सदस्य, अतिथि संकाय एवं सभी सहयोगी संस्थाएं धन्यवाद के पात्र हैं । – धीरेंद्र कुमार वर्मा, असिस्टेंट कंट्रोलर असेसमेंट और सर्टिफिकेशन