बाल गंगाधर तिलक व चंद्रशेखर आजाद को किया याद
जयन्त प्रतिनिधि
कोटद्वार : बाल गंगाधर तिलक व चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर सरस्वती शिशु मंदिर जानकीनगर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने महापुरुषों के बताए मार्ग पर चलने का भी संकल्प लिया।
मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य प्रदीप नौटियाल ने किया। शिक्षिका गीता रावत ने बाल गंगाधर तिलक के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनका जन्म 23 जुलाई 1856 ईसवी को महाराष्ट्र के रत्नगिरी नामक स्थान पर हुआ था। अंग्रजों द्वारा बंदी बनाये जाने पर इन्होंने जेल में गीता राहस्य नामक पुस्तक लिखी, इन्हें लोकमान्य की उपाधि दी गई। स्वराज्य हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है का नारा भी बाल गंगाधर तिलक ने ही दिया था। बताया कि देश की रक्षा के लिए दिया गया तिलक व आजाद का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। विद्यार्थियों को महापुरुषों के जीवन पर लिखी पुस्तकों का अध्ययन कर जीवन में आगे बढ़ाना चाहिए। इस मौके पर शिक्षक प्रयागदत्त, अंचल कुमार, योगश नेगी, मनोज जोशी, सुनीता पंत, अंजू चमोला, अंजलि कंडवाल, कीर्ति द्विवेदी, श्रेया चौधरी, पूजा चतुर्वेदी, हेमा पांडेय आदि मौजूद रहे।