समाज के उत्थान व राष्ट्र के विकास में शोध कार्य जरूरी
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार में आयोजित किया गया सेमिनार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार:
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की ओर से कंटेंपरेरी इंग्लिश लिटरेचर विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में अंग्रेजी के एमए द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर के शोधार्थी विद्यार्थियों ने अपने-अपने लघु शोध पर पीपीटी प्रेजेंटेशन दिया तथा महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने भी अपने-अपने शोध पत्रों का पीपीटी प्रेजेंटेशन दिया। इस दौरान प्राचार्य ने विद्यार्थियों को शोध के महत्व के बारे में बताया। कहा कि समाज के उत्थान व राष्ट्र के विकास में शोध कार्य जरूरी है।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार ने लघु शोध एवं शोध कार्य के महत्व पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समाज के उत्थान एवं राष्ट्र के विकास के लिए शोध कार्य अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। कहा कि नई शिक्षा नीति में व्यवहारिक एवं रोजगारपरक शिक्षण पद्धति पर जोर दिया गया है। छात्र-छात्राओं को विद्यार्थी जीवन से ही लक्ष्य निर्धारित करते हुए कठोर परिश्रम के साथ अपनी मंजिल को प्राप्त करने का प्रयास निरंतर करना चाहिए। संयोजक अंग्रेजी विभाग प्रभारी डॉ. वंदना चौहान ने कहा कि वर्तमान युग साइबर का युग है, जिसकी चुनौतियों के लिए विद्यार्थियों को कंप्यूटर ज्ञान होना अति आवश्यक है। सह संयोजिका डॉ. मानसी वत्स ने समकालीन अंग्रेजी साहित्य एवं नारीवाद पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत करते हुए पूर्व एवं पश्चात उपनिवेशवाद पर विस्तार से महिलाओं की स्थिति की व्याख्या की। रिसोर्स पर्सन डॉ. किशोर सिंह चौहान ने विद्यार्थियों को अपने-अपने विषय में व्यवहारिक शोध एवं रचना तथा समसामयिक परिस्थितियों पर लेख लिखने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान डॉ. अमित कुमार गौर, डॉ. संत कुमार, डॉ. सुनीता नेगी, डॉ. चंद्रप्रभा भारती और डॉ. पूनम गैरोला सहित महाविद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।