आपदा के समय रिस्पांसिबल ऑफिसर और इंसिडेंट कमांडर की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। वर्तमान में मानसून अवधि के दृष्टिगत शासन स्तर से इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम में जनपद पौड़ी से जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे के दिशा निर्देशन पर संबंधित सभी आईआरएस अधिकारियों ने वर्चुअल के माध्यम से एक दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण लिया।
आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ नवीन भट्ट ने द्वारा घटना स्थल पर को आर्डिनेशन के लिए आईआरएस टीम द्वारा आपदा प्रबंधन को लेकर किए जाने वाले कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि आपदा के समय रिस्पांसिबल ऑफिसर और इंसिडेंट कमांडर की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आपदा के समय ऑटो मोड पर कार्य करना है। उन्होंने कहा कि सूचना और मीडिया ऑफिसर का कार्य संबंधित ऑफिसर से समन्वय कर घटना के बारे में सूचना एकत्रित करना है। सूचना विवरण का एक प्रारूप पहले ही तैयार कर डीएम से अनुमोदित करा ले। वहीं लाइजनिंग ऑफिसर का कार्य बाहर से आने वाली एजेंसियों के साथ समन्वय कर डीएम को ब्रीफ करना तथा तदनुसार कार्य करना है। उन्होंने ऑपरेशन सेक्शन के अंतर्गत स्टेजिंग एरिया, रिस्पॉन्स ब्रांच, साइट चीफ, ट्रांसपोर्ट ब्रांच आदि के तहत किए जाने वाले कार्यों का डॉक्यूमेंटेशन करने को कहा। उन्होंने सेफ्टी ऑफिसर, एयर ऑपरेशन आदि द्वारा किए जाने वाले कार्यों की भी विस्तार से जानकारी दी। कहा कि सभी यूनिट अधिकारी अपनी-अपनी डायरी में जानकारियां नोट कर, फॉर्मेट बनाकर डीएम को दिखा लें। उन्होंने फाइनेंस ब्रांच के तहत टाइम यूनिट, कंपनसेशन/क्लेम यूनिट, कॉस्ट यूनिट के बारे में भी प्रशिक्षण दिया। सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरुगेशन ने कहा कि आपदा के दृष्टिगत अपनी तैयारियां पूर्ण रखे। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, अपर जिलाधिकारी डॉ. एसके बरनवाल, उपजिलाधिकारी एसएस राणा, जिला आपदा अधिकारी दिपेश काला, एआरटीओ वीरेंद्र विराटिया सहित अन्य उपस्थित थे।