रिश्तेदार के घर रहने आया युवक पेड़ पर लटका मिला
बागेश्वर। कोतवाली पुलिस क्षेत्र के तहत कठायतबाड़ा निवासी एक युवक फल्टनियां में आम के पेड़ पर टंगा मिला। इससे पहले वह अपने रिश्तेदार के घर रहने के लिए आया था। रात में ही वह किसी समय निकल गया और दूसरे दिन घटना घट गई। सूचना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरवाया और शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। कोतवाल डीआर वर्मा ने बताया कि मूल रूप से भयेड़ी गांव व वर्तमान में कठायतबाड़ा निवासी 33 वर्षीय प्रदीप जोशी पुत्र बुद्धिबल्लभ जोशी का शव शुक्रवार की सुबह फल्टनियां में आम के पेड़ में टंगा मिला। ग्रामीणों की सूचना पर वह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पेड़ से नीचे उतारकर उसे कब्जे में लिया। पंचनामा भरने के बाद जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया और शव परिजनों को सौंप दिया। उन्होंने बताया कि मृतक के पिता कठायतबाड़ा में एक पब्लिक स्कूल में काम करते थे। उन्हीं के साथ वह रहता था। उसी के एक और रिश्तेदार मंडलसेरा में भी रहते हैं। प्रदीप कभी कठायतबाड़ा तो कभी मंडलसेरा रहता था। गुरुवार को भी वह मंडलसेरा रिश्तेदार के यहां ठहरा था, लेकिन रात में ही किसी समय वह वहां से निकल गया। शुक्रवार की सुबह जब रिश्तेदार जागे तो उसको कमरे में नहीं पाकर चिंतित हो गए। फोन से उसके परिजनों से पूछताछ की तो उन्होंने भी उसके घर नहीं पहुंचने की बात की। इसके बाद दोनों परिवार के लोगों की चिंता और बढ़ गई। इसी बीच फल्टनियां से ग्रामीणों का फोन कोतवाली में पहुंचा। उन्होंने बताया कि एक युवक आम के पेड़ पर लटका है। बाद में उसकी पहचान प्रदीप के रूप में हुई। कोतवाल ने बताया कि उनके परिजनों के अनुसार वह मानसिक रूप से अस्वस्थ्य चल रहा था। उन्होंने बताया कि मामले में किसी ने भी कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है, अलबत्ता पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
छह दिन में तीन लोगों ने की खुदकुशी
बागेश्वर। जिले में पेड़ और पंखे की कुंडी से लटक कर छह दिन के भीतर तीन लोगों ने जान दे दी है। 28 जून को रेखौली गांव निवासी भगवान सिंह ने घर के अंदर पंखे की कुंडी में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। 29 को बैड़ा गांव निवासी भरत कुमार ने फांसी लगाकरअपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। दो जुलाई को कठायतबाड़ा निवासी प्रदीप जोशी भी आम के पेड़ में टंगा हुआ मिला। तीन मृतकों में दो प्रवासी थे।