मंकीपाक्स के बढ़ते मामलों से भ्प्ट का खतरा नहीं, पढ़िए प्ब्डत् के वैज्ञानिकों की रिपोर्ट
नई दिल्ली, एजेंसी। देश और दुनिया में तेजी से पांव पसार रहे मंकीपक्स वायरस को लेकर सोमवार को एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, चारों तरफ चर्चा थी कि मंकीपक्स वायरस से एचआईवी का खतरा है। लेकिन मंकीपाक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए आईसीएमआर के वैज्ञानिकों ने बड़ा दावा किया है कि इससे एचआईवी का खतरा नहीं है।
वैज्ञानिकों का दावा है कि स्पाइक से एचआईवी नहीं होगा। दरअसल, मंकीपाक्स रोगियों की क्षमता और सीरोलाजिकल निगरानी विषय पर एक महत्वपूर्ण चर्चा चल रही थी। हालांकि इसकी जांच के लिए एलिसा परख विकसित करने की बात कही गई है। हालांकि इससे पहले एम्स के चिकित्सकों ने दावा किया था कि मंकीपाक्स के मामले समलैगिंग पुरुषों में आ रहे हैं। उन्होंने कहा था कि मंकीपाक्स वायरस के फैलने के तौर तरीके कुछ अलग भी हैं।