रोजगार युक्त शिक्षा बेहद जरूरी : डा. निशंक
ऋ षिकेश। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि रोजगार युक्त शिक्षा बेहद जरूरी है। सभी पाठ्यक्रम भविष्य की जरूरत और रोजगार एवं स्वरोजगार को ध्यान में रखते हुए चलाए जाने चाहिए। लालतप्पड़ स्थित हिमालयीय विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने नए सत्र के लिए पॉलीटेक्निक कृषि एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि सभी पाठ्यक्रम भविष्य की ज़रूरतों को रोजगार एवं स्वरोजगार को ध्यान में रखते हुए चलाये जाने चाहिए। उन्होंने हिमालयीय राज्यों में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार एवं रिसर्च को बढ़ाने हेतु सुझाव रखे। विवि के डॉ. मनीष पांडे ने पालीटेक्निक कृषि एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि सभी पाठ्यक्रम ग्रामीण एवं पर्वतीय अंचल के छात्र-छात्राओं को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं। पाठ्यक्रमों का शुल्क भी पर्वतीय एवं ग्रामीण परिवेश के अनुसार रखा गया है। मौके पर विवि के चांसलर डॉ. पीके भारद्वाज, प्रो चांसलर डॉ. राजेश नैथानी,वीसी डॉ. जेपी पचौरी, विवि सचिव बालकृष्ण चमोली, प्रो. सीएम डोभाल, प्रो. अनुज शर्मा, डॉ. निशांत, भूपेंद्र राजपूत, डॉ. सविता मोहन, प्रो. मनोज कुमार, सीमा, मीनाक्षी, सागर थापा, नंद किशोर नवानी, विनीत जैन आदि उपस्थित थे।