रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने ढट मोदी से फोन पर की बात, वैगनर विद्रोह और यूक्रेन के हालात पर हुई चर्चा
मॉस्को, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई है। दोनो नेताओं के बीच द्विपक्षीय, वैश्विक विषयों के अलावा यूक्रेन, अगले हफ्ते होने वाली शंघाई सहयोग संघठन की बैठक, ब्रिक्स देशों की बैठक, रूस में सैन्य विद्रोह, कारोबार और पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के बारे में बातचीत हुई।
प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन के बीच यह वार्ता तब हुई है जब रूस के सबसे घोर विरोधी देश अमेरिका के साथ भारत के रिश्ते लगातार नई उंचाइयों पर पहुंच रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में अमेरिका की यात्रा पर गये थे जहां ना सिर्फ भारत व अमेरिका के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं बल्कि दोनो देशों की तरफ से जारी संयुक्त घोषणा पत्र में यूक्रेन को लेकर रूस पर निशाना भी साधा गया था।
भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से इस वार्ता को लेकर काफी संक्षिप्त बयान जारी किया गया है। पांच पंक्तियों के इस बयान में कहा गया है कि दोनो नेताओं ने द्विपक्षीय रिश्तों की समीक्षा की व आपसी हितों से जुड़े वैश्विक मुद्दों पर बातें की। राष्ट्रपति पुतिन ने रूस में हाल के घटनाक्रम को लेकर जानकारी दी।
बयान के मुताबिक, यूक्रेन पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने इस बात को दोहराया कि कूटनीति व बातचीत से इसका हल निकाला जा सकता है। दोनो नेता संपर्क में रहने को सहमत हैं और दोनो देशों के विशेष रणनीतिक रिश्ते को और मजबूत करने की कोशिश करेंगे।
वहीं, क्रेमलिन ने बताया कि पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी ने द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराया है। बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन के बीच बातचीत सार्थक और रचनात्मक थी। बयान के मुताबिक, दोनों नेताओं ने रूस और भारत के बीच विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए आपसी प्रतिबद्धता दोहराई और संचार जारी रखने पर सहमति व्यक्त की।
इस बीच, राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को कूटनीति के माध्यम से संघर्ष को सुलझाने के लिए यूक्रेन के स्पष्ट इनकार के बारे में जानकारी दी। बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच पिछले साल फरवरी में युद्ध छिड़ा था और उस वक्त से यह जारी है।
इससे पहले पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को मॉस्को का शानदार मित्र बताया था। उन्होंने कहा था कि भारत में हमारे दोस्तों और हमारे शानदार मित्र प्रधानमंत्री मोदी ने कई साल पहले मेक इन इंडिया पहल शुरू की थी। इसने भारतीय अर्थव्यवस्था पर वास्तव में बेहद प्रभावशाली असर डाला है।