सादगी से मनाया गया ईद-उल-फितर का त्योहार, घरों में अदा की ईद की नमाज
संवाददाता, देहरादून। सोमवार को शहर एवं देहात इलाकों में ईद-उल-फितर का त्योहार सादगी से मनाया गया। लॉकडाउन के चलते पहली बार ईद की नमाज घरों में अदा की गई। उलमा एवं प्रशासन की अपील का रोजेदारों ने बखूबी पालन किया और सोशल डिस्टेंसिंग के तहत नमाज अदा की। साथ ही गले नहीं मिले और न ही मुसाफा कर मुबारकबाद दी। अधिकांश लोगों ने एक-दूसरे को ऑनलाइन सोशल मीडिया के माध्यम से ही मुबारकबाद पेश की। वहीं, एक-दूसरे के घरों में जाने एवं बाजारों में घूमने से भी परहेज किया। शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी, शहर मुफ्ती सलीम अहमद कासमी, नायब शहर काजी सुन्नी सैय्यद अशरफ हुसैन कादरी, इमाम संगठन के अध्यक्ष मुफ्ती रईस, शिया इमाम मौलाना शहंशाह हुसैन जैदी, चांद कमेटी सदस्य मुफ्ती ताहिर समेत अन्य उलमा ने लोगों के इस जज्बे को सराहा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोगों ने माह-ए-रमजान में सब्र से काम लिया। उसी तरह अब ईद में भी उसी तरह सोशल डिस्टेंस और लॉकडाउन का पालन किया।
गरीबों में बांटी खुशियां
मुस्लिम बहुल इलाकों इनामुल्ला बिल्डिंग, आजाद कॉलोनी, डालनवाला, लक्खीबाग, कारगी ग्रांट, माजरा, मुस्लिम कॉलोनी, मेहूंवाला, भगत सिंह कॉलोनी आदि जगहों पर सादगी से ईद का त्योहार मनाया गया। अधिकांश लोगों ने नये कपड़े नहीं पहने और जरूरतमंदों के घर राशन भेजा और उसकी खुशियों में शरीक हुए।
मस्जिदों के बाहर पुलिस फोर्स तैनात रही
डीआईजी अरुण मोहन जोशी के निर्देश पर तमाम मस्जिदों के बाहर पुलिस फोर्स तैनात रही। हालांकि कही से भी लॉकडाउन के उल्लंघन की खबर नहीं आई। तमाम थाने-चौकियों के प्रभारी अपने-अपने इलाकों में राउंड लेते रहे।