शहीद सूबेदार स्वतंत्र सिंह को नम आंखों से दी अंतिम विदाई, उमड़ा जन सैलाब
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर स्वयं को देश के लिए बलिदान करने वाले गढ़वाल राइफल्स के सूबेदार स्वतंत्र सिंह का पार्थिव शरीर उनके आवास उडियारी पहुंचा। बेटे का पार्थिव शरीर देख मां बेसुध हो गई। जांबाज बेटे की अंतिम यात्रा में आंखों में आंसू लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा। वीर सपूत स्वतंत्र सिंह का पैतृक श्मशान घाट भैंसखेतु में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके दोनों पुत्रों ने चिता को मुखाग्नि दी। यहां मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी मौजूद रहे। इससे पहले बलिदानी के पार्थिव शरीर के घर पहुंचते ही ग्रामीणों के अंदर पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए।
बता दें कि गत गुरुवार को पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ के शाहपुर किरनी और कस्बा सेक्टर में गोलाबारी कर दी। इसमें पौड़ी गढ़वाल के द्वारीखाल ब्लॉक के उडियारी गांव के रहने वाले 16 गढ़वाल राइफल्स के सूबेदार 47 वर्षीय स्वतंत्र सिंह गंभीर रूप से घायल हुए और उन्हें इलाज के लिए सैन्य अस्पताल ले जाया गया। उनकी गंभीर हालत देखते हुए उन्हें सेना के चॉपर से ऊधमपुर के अस्पताल भेजा गया, जहां वे इलाज के दौरान शहीद हुए। गुरूवार रात करीब साढ़े आठ बजे स्वजनों को उनके बलिदान की खबर मिली थी। बलिदानी स्वतंत्र सिंह की माता प्यारी देवी, पत्नी रेखा देवी, पुत्री शिवानी व संगीता बेसुध हो गए थे। उनके पुत्र अंकित रावत और आदित्य ने किसी तरह स्वयं को संभालते हुए घर के अन्य सदस्यों को संभाला। इस बीच अन्य ग्रामीण भी उनके आवास में पहुंच गए और परिवारजनों को सांत्वना दी। शुक्रवार शाम को 16 गढ़वाल राइफल्स के सूबेदार स्वतंत्र सिंह का पार्थिव शरीर हेलीकॉप्टर से गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर के मुख्यालय लैंसडौन में लाया गया है। जहां गढ़वाल राईफल्स के अधिकारियों, उपजिलाधिकारी लैंसडौन, लैंसडौन विधायक दलीप रावत ने शहीद को श्रद्धाजंलि दी। शहीद सूबेदार स्वतंत्र सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह उनके गांव उडियारी पहुंचा। जहां मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, यमकेश्वर विधायक श्रीमती ऋतु खण्डूडी भूषण, पूर्व विधायक शैलेन्द्र सिंह रावत, उपजिलाधिकारी कोटद्वार योगेश मेहरा, तहसीलदार कोटद्वार विकास अवस्थी, भाजपा जिलाध्यक्ष सम्मत सिंह रावत, डीसीबी अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह, ब्लॉक प्रमुख द्वारीखाल महेन्द्र राणा ने शहीद को श्रद्धाजंलि दी। शनिवार सुबह शहीद की अंतिम यात्रा पैतृक गांव उडियारी से निकली, तो शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। कदम-कदम पर पुष्प वर्षा की जा रही थी। अंतिम यात्रा का कारवां बढ़ता जा रहा था। हर आंख में आंसू थे, तो दिल में पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश। वीर सपूत स्वतंत्र सिंह को पैतृक श्मशान घाट भैसखेतु में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
बेटी की सगाई पर घर आने का किया था वादा
16 गढ़वाल राइफल्स के सूबेदार स्वतंत्र सिंह जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में सीजफायर के उल्लंघन के दौरान शहीद हुए थे। शनिवार को शहीद के सम्मान में क्षेत्र में कई बाजार भी बंद रहे। जानकारी के अनुसार दो सप्ताह पूर्व ही शहीद स्वत्रंत सिंह छुट्टी काटकर वापस अपनी यूनिट गये थे। कुछ समय बाद उनकी बड़ी पुत्री की सगाई की बात चल रही थी, जिसमें वह वादा करके गये थे जैसे ही रिश्ता पक्का होगा तो वे छुट्टी लेकर जल्द घर वापस आएंगे। वहीं, एक साल पहले शहीद स्वतंत्र सिंह के भाई का भी देहांत हो गया था। वह गांव में ही रहते थे। शहीद शहीद स्वतंत्र सिंह अपने पीछे दो पुत्री, दो पुत्र व अपनी पत्नी और बूढ़ी माता को छोड़ गये है। शहीद स्वतंत्र सिंह बहुत ही मिलनसार स्वभाव के थे, जब भी वह छुट्टी पर अपने घर आते थे तो गांव के सभी लोगों से मिलते थे।
स्वतंत्र सिंह की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी
मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर शहीद के अंतिम संस्कार में पहुंचे प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि यह बहुत दु:खद घड़ी है, हमने एक वीर सिपाही को खोया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा है कि शहीद के परिवार के एक व्यक्ति को राज्य सरकार नौकरी देगी। वहीं, यमकेश्वर विधानसभा की विधायक ऋतु खण्डूड़ी ने कहा कि स्वतंत्र सिंह की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी, पाकिस्तान की इस हिमाकत का भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देगी।