साहित्यांचल के अध्यक्ष बनें जनार्दन बुड़ाकोटी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था साहित्यांचल द्वारा व्यापार मंडल सभागार में साहित्य साधना संकल्प समारोह का कायोजन किया गया। मुख्य अतिथि भाबर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. वीके अग्रवाल ने कहा कि कोटद्वार की सबसे पुरानी साहित्यिक संस्था अपने उद्देश्य में सफल हुई है और अपने 50वें वर्ष तक समाजोपयोगी साहित्य सृजन में अनवरत साधनारत है।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि भाबर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. वीके अग्रवाल, डॉ. अनुराग शर्मा ने माँ सरस्वती के चित्र के समीप दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर संस्था के द्विवार्षिक चुनाव संपन्न हुए। जनार्दन बुड़ाकोटी को अध्यक्ष, हरि सिंह भंडारी को उपाध्यक्ष, मयंक प्रकाश कोठारी को महासचिव, जेपी भारद्वाज को कोषाध्यक्ष, बलवीर सिंह रावत को संगणक, दिनेश ध्यानी को सचिव, श्रीमती मोहिनी नौटियाल को महिला उपाध्यक्ष चुना गया। जबकि शशि कंडवाल और शशिभूषण अमोली को कार्यकारिणी सदस्य चुना गया। इस मौके पर संस्था के संरक्षक चक्रधर शर्मा कमलेश, वेदप्रकाश माहेश्वरी ‘शैवाल’, डॉ. नंदकिशोर ढौंडियाल, ‘अरूण’, निर्वतमान अध्यक्ष एसपी कुकरेती, सीपी नैथानी, डॉ. मनोरमा ढौंडियाल, ऋद्धि भट्ट, अमित नैथानी, डॉ. ख्यात सिंह चौहान, डॉ. रणवीर सिंह चौहान, राकेश अग्रवाल, विजय लखेड़, अनुसूया प्रसाद डंगवाल, सुरेन्द्र लाल आर्य आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंद्रमोहन बड़थ्वाल ने किया।