समीक्षा बैठक मे आधी-अधूरी तैयारी के साथ आने पर सीएमओ व एसीएमओ से स्पष्टीकरण तलब
नई टिहरी। जिला सभागार में जिला योजना की समीक्षा बैठक में जिला योजना के क्रमिक व्यय की खराब स्थिति एवं बैठक में आधी-अधूरी तैयारी के साथ उपस्थित होने पर जिलाधिकारी ने सीएमओ व एसीएमओ का स्पष्टीकरण तलब किया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के सभी जिलास्तरीय अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर जिलाधिकारी कार्यालय में आने के निर्देश दिए। यही नहीं, स्वास्थ्य विभाग की अवशेष अवमुक्त की जाने वाली धनराशि 57.82 लाख को रोके जाने के निर्देश भी दिए। लोनिवि, स्वास्थ्य, जल निगम, लघु सिचाई, उद्यान विभाग के क्रमिक व्यय की स्थिति पर जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने नाराजगी जताई। उन्होंने स्पष्ट किया कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक अवमुक्त धनराशि का शत-प्रतिशत व्यय न होने पर संबंधित अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी। मंगलवार को बैठक में वर्ष 2020-21 में जिला योजना के तहत 6337 लाख रुपये के अनुमोदित परिव्यय के सापेक्ष शासन स्तर से 5235 लाख रुपये की धनराशि अवमुक्त की गई है। अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष माह दिसंबर तक 3243.68 लाख रुपये का व्यय किया जा चुका है, जोकि जिलास्तर पर अवमुक्त धनराशि का 62.9 प्रतिशत है। स्वास्थ्य विभाग के एलोपैथिक चिकित्सा को अवमुक्त 181.80 लाख के सापेक्ष माह दिसंबर तक 72.56 लाख का व्यय किया गया जो कि अवमुक्त धनराशि का 39.91 प्रतिशत है। जिलाधिकारी ने खर्च की सुस्त रफ्तार पर प्रभारी सीएमओ डॉ. दीपा रुबाली और एसीएमओ डॉ. एलडी सेमवाल पर नाराजगी जताई और कर्म खर्च पर स्पष्टीकरण तलब किया। आरडब्ल्यूडी घनसाली डिविजन की खराब प्रगति पर संबंधित ईई को एक माह के भीतर सभी कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी बैठक में प्रगति नहीं रहने पर संबंधित अधिकारियों का वेतन रोका जाएगा। बैठक में जल निगम के अधिकारियों के देरी से पहुंचने पर स्पष्टीकरण तलब किया गया। कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, उरेडा आदि विभागों के जिला योजना के तहत धरातलीय कार्यों की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति संबंधी खराब प्रजेंटेशन पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर की। बैठक में सीडीओ अभिषेक रुहेला, पीडी डीआरडीए आनंद भाकुनी, अधिशासी अभियंता जल संस्थान सतीश नौटियाल, लोनिवि केएस नेगी, ईई विद्युत राजेश कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक एसएस बिष्ट, जिला युवा कल्याण अधिकारी मुकेश डिमरी आदि मौजूद थे।