संत समाज ने दी बाबा बंशी वाले महाराज को श्रद्धांजलि
दिव्य एवं तपस्वी संत थे बाबा बंशीवाले महाराज: स्वामी कैलाशानंद गिरी
हरिद्वार। अन्नपूर्णा आश्रम के परमाध्यक्ष बाबा बंशी वाले महाराज के निधन से संत समाज में शोक की लहर दौड़ गयी। बाबा बंशी वाले महाराज के दिवंगत होने की सूचना मिलते ही धर्मनगरी के तमाम संतों ने भूपतवाला स्थित अन्नपूर्णा आश्रम पहुंचकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन बाबा बंशी वाले महाराज एक दिव्य एवं तपस्वी संत थे। उनके अचानक चले जाने से संत समाज को भारी क्षति हुई है। जिसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता। उन्होंने सदा गरीब, असहाय परिवारों की हमेशा सहायता की। बाबा बंशीवाले महाराज ने संपूर्ण देश में गरीबों के लिए अन्नपूर्णा भण्डार संचालित किए और समाज को मानव सेवा का संदेश दिया। राष्ट्र निर्माण में उनका अतुल्य योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। सभी को उनके दिखाए मार्ग का अनुसरण करते हुए दीन दुखियों की सेवा में योगदान करना चाहिए। जयराम पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन बाबा बंशी वाले महाराज संत समाज के प्रेरणा स्रोत थे। बाबा बंशी वाले महाराज ने जीवन पर्यन्त समाज कल्याण में योगदान किया। धर्म प्रचार व समाज सेवा में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि वयोवृद्ध बाबा बंशी वाले महाराज एक महान संत थे। उन्होने गरीब निसहायों की सेवा के साथ गंगा को स्वच्छ निर्मल बनाने में भी उल्लेखनीय योगदान किया। महामण्डलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी व महंत निर्मल दास महाराज ने कहा कि संतों का जीवन परमार्थ के लिए ही होता है। गरीब, निसहायों की सेवा में जीवन समर्पित करने वाले बाबा बंशीवाले महाराज ने इसे बखूबी साबित भी किया। सभी को उनके जीवन दर्शन से प्रेरणा लेनी चाहिए। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज व कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि तपस्वी व विद्वान संत बाबा बंशीवाले महाराज का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायक रहा है। जीवन के अंतिम समय तक सेवा कार्यो में योगदान करते रहे बाबा बंशीवाले महाराज का धर्म व मानव सेवा के प्रति योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। अन्नपूर्णा आश्रम के प्रधान सतीश गोयल ने बताया कि 82 वर्षीय बाबा बंशीवाले महाराज का अंतिम संस्कार शाहजहांपुर में गंगा तट पर किया गया। पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, जगद्गुरू स्वामी अयोध्याचार्य, मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी, महंत दुर्गादास, बाबा हठयोगी, स्वामी राजेंद्रानंद, स्वामी ऋषि रामकिशन, निंरजन स्वामी, म.म.स्वामी प्रबोधानंद गिरी, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, म.म.स्वामी उमाकांतानंद सरस्वती, महंत रंजय सिंह, महंत रघुवीर दास, महंत बिहारी शरण, महंत विष्णु दास, महंत प्रेमदास, महंत प्रह्लाद दास, स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी, महंत सूरज दास, महंत ज्ञानानंद शास्त्री, म.म.स्वामी कमलानंद गिरी, महंत प्रेमदास, म.म.स्वामी कपिल मुनि, श्रीमहंत रामरतन गिरी आदि संतों ने भी साकेतवासी बाबा बंशीवाले महाराज को महान संत बताया और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।