साप्ताहिक कोविड कर्फ्यू के दिन भी बसें यात्रियों से ठसाठस
चम्पावत। साप्ताहिक कोविड कर्फ्यू के दौरान भी बसों में ठसाठस भर कर यात्री चम्पावत पहुंचे। इससे बस में 50 फीसदी क्षमता के सवारी बैठाने के नियम का पालन नहीं हो सका। खासतौर से मैदानी क्षेत्र से पहाड़ की तरफ आ रही बसों में अधिक यात्री सफर कर रहे हैं। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। शासन ने रोडवेज और अन्य सार्वजनिक वाहनों में 50 फीसदी क्षमता के साथ यात्रियों को बैठाने के निर्देश दिए थे। लेकिन साप्ताहिक कोविड कर्फ्यू के दिन भी टनकपुर से पहाड़ आने वाली बसें यात्रियों से ठसाठस भरी हुई थी। शासन की ओर से जारी आदेश के अनुसार तीन सीट पर दो यात्री और दो सीट पर एक यात्री बैठाने थे। लेकिन अधिकांश बसें यात्रियों से पूरी तरह से फुल थी। इस वजह से सामाजिक दूरी का पालन नहीं हो पा रहा था। इससे संक्रमण फैलने का खतरा भी लगातार बना हुआ था। उधर 50 फीसदी यात्रियों के बस में बैठाने के नियम से उत्तराखंड रोडवेज को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। अप्रैल प्रथम सप्ताह तक अकेले लोहाघाट डिपो में प्रतिदिन पांच लाख की आय हो रही थी। लेकिन 50 फीसदी यात्रियों के बैठाने के निर्देश के बाद रोडवेज को हर दिन 40 फीसदी नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।