सरल हो पास और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
देहरादून। पहाड़ी रूटों पर बस संचालन करने वाले बस कारोबारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और पास की बाध्यता के चलते उनको यात्री नहीं मिल पा रहे हैं। कारोबारियों ने सरकार से पास और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को सरलीकृत करने की मांग की है।
दोगुना किराया होने के बाद निजी बस संचालकों ने कुछ रूटों पर बसों का संचालन शुरू कर रहे हैं, लेकिन सवारियां नहीं मिल रही है। टीजीएमओ के अध्यक्ष प्रीतम सिंह नेगी ने बताया कि ऋषिकेश से उत्तरकाशी रूट पर एक डाक सेवा शुरू की गई है। देहरादून से भी पहाड़ के रूटों पर सेवा शुरू करने की तैयारी थी, लेकिन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और पास की बाध्यता के कारण यात्री नहीं मिल पा रहे हैं। बिना रजिस्ट्रेशन और पास वाले यात्रियों को पुलिस चेकपोस्ट पर उतार रही है, जिस कारण बस संचालक परेशान हैं। बताया कि राज्य के भीतर के यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी किया गया है, लेकिन यात्रियों को रजिस्ट्रेशन करने की जानकारी नहीं है। अधिकांश यात्रियों के पास एंड्रावाइड फोन नहीं होता है। जबकि बाहरी प्रदेशों से आने वाले यात्रियों को ऋषिकेश पहुंचने पर गांव जाने के लिए दोबारा पास बनवाना पड़ रहा है। ऐसे में सवारियां नहीं मिल पा रही है। इससे बस संचालकों के साथ सवारी भी परेशान हो रही है। उन्होंने पजीकरण और पास की प्रक्रिया को सरलीकृत करने की मांग की है। रजिस्ट्रेशन चेकपोस्टों पर करवाने की मांग की है।