संस्कृत विषय के सृजन की आवश्यकता पर जोर दिया
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। गूगल मीट के माध्यम से पौड़ी जनपद के संस्कृत हिंदी शिक्षक मंच की एक आम बैठक आयोजित की गई। जिसमें वक्ताओं ने प्रदेश के समस्त विद्यालयों में एलटी व प्रवक्ता पदों पर संस्कृत विषय के सृजन की आवश्यकता पर जोर दिया। संस्कृत को महत्व देने के लिए इसके लिए शिक्षा की सही व्यवस्था जरूरी है। मंच ने संस्कृत शिक्षक के पद सृजित करने की मांग की है। मंच ने इस मांग के लिए आगे संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया है।
बैठक में प्रांतीय संयोजक बीडी शर्मा ने प्रान्त स्तर पर संस्कृत शिक्षक मंच के आगामी कार्यक्रमों को लेकर विस्तार से जानकारी दी। जनपद संयोजक पंकज ध्यानी ने कहा कि उत्तराखण्ड की द्वितीय राजभाषा होने के बावजूद अधिकांश विद्यालयों में संस्कृत प्रवक्ता व एलटी संस्कृत के पद ही सृजित नहीं हैं, जहां पद सृजित हैं भी वहां पद रिक्त पड़े हैं। हजारों छात्र संस्कृत पढ़ते हैं, किन्तु उनको पढ़ाने के लिए विषय अध्यापक नहीं हैं। मंडल संयोजक इंद्रमोहन ने संस्कृत विषय को लेकर सरकारों की उपेक्षा पर चिंता जाहिर की। विनोद डोबरियाल ने संस्कृत भाषा के उन्न्यन को लेकर अपने विचार रखे। इस अवसर पर प्रांतीय संरक्षक पीसी तिवारी, कुलदीप गौड़, ऋषिराम बहुगुणा, मनोज रावत, किशोर, सह संयोजक दुर्गादत्त पंत, दिनकर बहुखंडी, कपिल, स्वाति, श्रीकांत दुदपुड़ी आदि उपस्थित रहे।