उत्तराखंड

रात में लगी आग से सात एकड़ गेहूं की फसल जली

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रुद्रपुर। गेहूं के खेतों में आग लगने से कौंधाखेड़ा में छह किसानों की सात एकड़ गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। जबकि कौधाखेड़ा व ग्राम सुनखरी में करीब 55 एकड़ में भूसा बनाने के लिए छोड़ी नलई जल गयी। ग्रामीणों के अथक प्रयासों से आग पर काबू पाया गया।

गुरुवार की देर रात्रि नानकमत्ता क्षेत्र में कौंधाखेड़ा में गेहूं की खेतों में आग लग गई। यहां ईश्वर सिंह की एकड़, महेंद्र सिंह की एक एकड़, सुरेश सिंह की एक एकड़, परशुराम की डेढ़ एकड़, महेंद्र की सवा एकड़, गैदा सिंह की एक एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। यहां करीब 30 एकड़ में नलई जल गई। ग्राम सुनखरी में आग से 25 एकड़ में नलई जल गई। ग्रामीणों ने रात में ट्रैक्टर और हैरो से जुताई कर आग पर काबू पाया। तेज हवाओं के कारण आग को फैलने से रोकने में ग्रामीणों को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। सितारगंज व सिडकुल से तीन अग्निशमन वाहन मौके पर भेजे गए, लेकिन रास्ता खराब होने से आग बुझाने नहीं पहुंच पाए। करीब डेढ़ घंटे में ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया। सुनखरी के ग्राम प्रधान हरनाम सिंह ने नानकमत्ता में अग्निशमन केंद्र खोलने की मांग की। उन्होंने कहा कि नानकमत्ता क्षेत्र में आग लगने की घटना होने पर सितारगंज, सिडकुल या खटीमा से अग्निशमन वाहन आते हैं। दूरस्थ क्षेत्रों में अग्निशमन वाहनों को पहुंचने में घंटों लग जाते हैं। उन्होंने नानकमत्ता का अलग अग्निशमन कार्यालय खोलने व अलग से अग्निशमन वाहन भेजने की मांग की। ग्राम प्रधान ने बताया कि क्षेत्र के ग्राम प्रधानों के साथ मिलकर सीएम को भी मांग पत्र भेजा जाएगा।

 

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