सेवा अभिलेखों के डिजिटाइजेशन कार्य को स्थगित करने की मांग की
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। एजूकेशनल मिनिस्ट्रीयल ऑफिसर्स एसोसिएशन व कोषागार कर्मचारी संगठन ने देहरादून में चल रहे अधिकारी, शिक्षक व कर्मचारियों के सेवा अभिलेखों के डिजिटाइजेशन कार्य को स्थगित किए जाने की मांग की है। इन संगठनों का कहना है कि देहरादून में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में जिलो से जो अधिकारी-कर्मचारी डिजिटाइजेशन कार्य के लिए देहरादून आता-जाता है, तो जिलो में भी संक्रमण बढ़ने की संभावनाएं प्रबल हो जाएंगी। साथ ही कर्मचारी की जान भी जोखिम में आ सकती है।
रविवार को एजूकेशनल मिनिस्ट्रीयल ऑफिसर्स एसोसिएशन व कोषागार कर्मचारी संगठन ने वित्त सचिव उत्तराखंड शासन और निदेशक कोषागार पेंशन एवं हकदारी को ज्ञापन भेजा। इस मौके पर एजूकेशनल मिनिस्ट्रीयल ऑफिसर्स एसोसिएशन के मंडलीय अध्यक्ष मुकेश बहुगुणा व मंडलीय सचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि देहरादून के सहत्रधारा में अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारियों के सेवा अभिलेखो का डिजिटाइजेशन कार्य चल रहा है। जिसमें जिलो से अभिलेखों को लेकर कर्मचारियों को देहरादून बुलाया जा रहा है। जबकि देहरादून में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि दून में रात्रि कफ्र्यू लग चुका है। दूसरी ओर देहरादून में कोविड टेस्ट के बाद ही प्रवेश संभव है। ऐसे में कर्मचारियों को अपरिहार्य परिस्थिितयों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के प्रसार के सामान्य होने तक सेवा अभिलेखों का डिजिटाइजेशन कार्य स्थगित किया जाना अनिवार्य है। कोषागार कर्मचारी संगठन के प्रांतीय महामंत्री यतेंद्र शाह ने बताया कि कोषागार निदेशालय में पहले ही 10 कर्मचारी संक्रमित हैं। ऐसे में डिजिटाइजेशन के लिए 12 से 17 अप्रैल के बीच जनपद पौड़ी व बागेश्वर के समस्त विभागों के अधिकारी अभिलेखों के साथ देहरादून बुलाए गए हैं। जो कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलो के बीच जोखिम भरा है। उन्होंने कहा कि संक्रमण को देखते हुए डिजिटाइजेशन कार्य तत्काल प्रभाव से स्थगित किया जाना चाहिए।