सीवर ट्रीटमेंट प्लांट व कूड़ा निस्तारण की उठाई मांग
महापौर हेमलता नेगी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजा ज्ञापन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम की महापौर हेमलता नेगी ने उत्तरप्रदेश की सीमा क्षेत्र के अंतर्गत सीवर ट्रीटमेंट प्लांट तथा तथा कूड़ा निस्तारण के लिए उत्तरप्रदेश सरकार से भूमि दिये जाने को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेजा। कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस संबंध में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री से वार्ता करनी चाहिए।
मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने कहा कि पूर्व से ही नगर निगम कोटद्वार का सीवर एवं ट्रीटमेंट प्लांट अभिभाजित उत्तरप्रदेश की सीमा के अंतर्गत आता था, तथा तत्कालीन नगर पालिका के समय से ही सीवर उक्त फार्म में ही ट्रीटमेंट किया जाता था, इसके अलावा कोटद्वार गढवाल से लगे बिजनौर जनपद के इलाकों में कोटद्वार से ही सिंचाई, पेयजल तथा विद्युत की आपूर्ति की जाती रही है, लेकिन वर्तमान में उत्तरप्रदेश सरकार के ने उक्त सीवर ट्रीटमेंट प्लांट की गतिशीलता पर विराम लगा दिया है। जिससे सीवर के ट्रीटमेंट न होने से स्थिति विस्फोटक बन गयी है, जिससे घातक महामारी फैलने का खतरा बढता जा रहा है। महापौर ने कहा कि कोटद्वार उत्तराखंड से आज भी कोटद्वार सीमा से लगे बिजनौर जिले में सिंचाई, पेयजल, तथा विद्युत आपूर्ति बदस्तूर जारी है, जिसमें को भी कोई आपत्ति नहीं है। महापौर ने कहा कि ऐसे में उत्तराखंड सरकार को चाहिए कि उत्तरप्रदेश सरकार से वार्ता कर पूर्ववर्ती सीवर फार्म एवं ट्रीटमेंट की भूमि को उत्तराखंड के उपयोग के लिए दिये जाने की मांग करनी चाहिए ताकि विकराल रूप धारण कर रही सीवर ट्रीटमेंट के साथ-साथ कूडा निस्तारण की समस्या का भी हल हो सके। महापौर ने कहा कि उक्त समस्या को लेकर कई बार पत्र पे्रषित किये जा चुके है, तथा विगत एक अक्टूबर को भी नगर निगम की बोर्ड बैठक में भी राज्य सरकार से उत्तरप्रदेश सरकार से पत्र एवं वार्ता करने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया है। महापौर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से उक्त समस्या को लेकर तत्काल वार्ता करने की मांग करते हुए समस्या के समाधान करने में सहयोग करने की अपील की है।