शराब के उपभोक्ताओं को जमकर लूटा जा रहा
देहरादून। सरकार व सरकारी मशीनरी के तमाम दावों के बाद भी शराब के उपभोक्ताओं को जमकर लूटा जा रहा है। लगातार शिकायतों के बाद भी उत्तराखंड में शराब की दुकानों में ओवर रेटिंग को रोकना मुश्किल हो गया है।
दून जिले में शराब की दुकानों में मारे गए छापे इसकी बानगी भर है। आबकारी टीम ने दून की दस दुकानों में छापे मारे, जिनमें से नौ ओवर चार्जिंग करते पकड़े गए। सचिव (आबकारी) सचिन कुर्वे के निर्देश पर प्रदेश भर में ये छापे मारे गए। कहीं टीम के सदस्य स्वयं ग्राहक बनें तो कहीं पर दूसरे ग्राहकों के जरिए शराब की बोतलें खरीदवाई। छापों में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि ठेकेदार व सेल्समैन विभिन्न ब्रांडों के पव्वे, हाफ व बोतलों पर दस-दस रुपये अतिरिक्त वसूल रहे हैं। इनमें कुलड़ी (मसूरी), दौड़वाला, बरोटीवाला देशी व विदेशी, जूड्डो, गुच्छुपानी, जाखन, आरटीओ के समीप व निरंजनपुर स्थित देशी शराब की दुकान शामिल हैं। टीम ने इन पर 50,000 जुर्माना की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट आबकारी आयुक्त को भेज दी है।
कई दुकानों पर छापे मारे के दौरान रजिस्टर भी रखे नहीं मिले। उधर, उपायुक्त (प्रवर्तन) प्रदीप कुमार ने बताया कि हरिद्वार में सात दुकानों में छापे मारे गए, जिनमें दो दुकानें ज्यादा वसूलते पकड़े गए। खास बात यह है कि प्रवर्तन दलों के छापों में तो ओवर चार्जिंग पकड़ी गई, लेकिन जिलों के आबकारी अधिकारियों के नेतृत्व में मारे गए छापों में कहीं इसका खुलासा नहीं हुआ। हरिद्वार के सहायक उपायुक्त पवन कुमार और यूएसनगर के कैलाश बिंजोला ने बताया कि छापों में कोई दुकान ओवर चार्जिंग करते नहीं मिली।
आबकारी मुख्यालय का आलम यह है कि एक साल से टोल फ्री नंबर 18001804253 बंद है। खासकर शराब के ओवर चार्जिंग की शिकायतों को दर्ज करने के लिए तत्कालीन आबकारी मंत्री प्रकाश पंत ने इस नंबर को जारी किया था। मुख्यालय में अफसरों के जमावड़े के बावजूद अब कोई भी इस नंबर की सुध नहीं ले रहा है, जिसके चलते लोग अपनी शिकायत दर्ज नहीं करा पा रहे हैं।
शराब की दुकानों के ठेकेदार व सेल्समैन ओवर रेटिंग के जरिए एक माह में लोगों से करोड़ रूपये वसूल लेते हैं। इसका अंदाजा ऐसे में लगाया जा सकता है कि सितंबर माह में राज्य में लगभग 45 लाख विदेशी, 13 लाख देशी और 15 लाख बीयर की बोतलें बिकी। यदि यह भी मान लिया जाए कि राज्य में कुल शराब की दुकानों में से 50 फीसदी भी ओवर चार्जिंग करते हैं तो इसके बावजूद ठेकेदार लोगों की जेबों पर प्रतिमाह तीन करोड़ से ज्यादा का चूना लगा रहे हैं।
सरकार शराब की ओवर चार्जिंग को लेकर सख्त है। इसी के मद्देनजर सभी जिलों में विशेष चेकिंग अभियान शुरू करने के निर्देश दिए हैं। भविष्य में कोई ठेकेदार शराब ओवर चार्जिंग करते पकड़ा जाता है तो संबंधित जिलों के सहायक आबकारी आयुक्त या जिला आबकारी आयुक्त भी इसके जिम्मेदार माने जाएंगे।
सचिन कुर्वे, सचिव, आबकारी