सिर्फ अगस्त माह में मिले 600 कोरोना संक्रमित
उत्तरकाशी । कोरोना संक्रमण का ग्राफ उत्तरकाशी जनपद में तेजी से बढ़ रहा है। 31 जुलाई को जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 191 थी, जिसका आंकड़ा 30 अगस्त तक 800 पार कर चुका है। यानि एक माह में छह सौ से अधिक व्यक्ति जनपद में संक्रमित हुए हैं।
उत्तरकाशी जनपद में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 10 मई को आया था, जिसके बाद संक्रमण के मामले बढ़ते गए। अगस्त माह में तो रेकार्ड कोरोना पजिटिव आए हैं। यहां कोरोना संक्रमण के मामले में टिहरी को छोड़कर अन्य पहाड़ी जनपदों में सबसे अधिक हैं। भले ही सुखद बात यह भी है कि अभी तक जनपद में जो कोरोना पजिटिव आए हैं, उनमें 600 व्यक्ति स्वास्थ होकर घर चले गए हैं। जनपद में करीब 200 कोरोना केस एक्टिव हैं। इस कोरोना काल में जनपद में तीन कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की मौत भी हुई है।
सैंपलिग की रफ्तार भी बढ़ी
उत्तरकाशी सीमांत जनपद उत्तरकाशी में सैंपलिग की रफ्तार को स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम ने तेजी से बढ़ा दिया है। बीते 29 अगस्त को उत्तरकाशी जनपद में राज्य के पहाड़ी जनपदों की तुलना में सबसे अधिक सैंपलिग हुई है। जबकि जनसंख्या के लिहाज से उत्तरकाशी जनपद चमोली, टिहरी, पौड़ी से काफी छोटा है। उत्तरकाशी की जनसंख्या 3,30,086 है, जबकि पौड़ी जनपद की 6,87,271 और टिहरी की 6,18,931 है। उत्तरकाशी में सैंपलिग 23 हजार के करीब पहुंच गई है। जिसमें चार हजार से अधिक सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है।
उत्तरकाशी रू कलक्ट्रेट कालोनी, कलक्ट्रेट और भैरव चौक के बाद कोरोना संक्रमण के मामले जिला अस्पताल और वार रूम तक पहुंच चुके हैं। बीते शनिवार को एक चिकित्सक कोरोना पजिटिव आई। रविवार को कोरोना संक्रमण रोकने के लिए बनाए गए वार रूम में एक कर्मी कोरोना पजिटिव आया है। जबकि एक कर्मी के स्वजन कोरोना पजिटिव आए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बेहतर ढंग से कांटेक्ट ट्रेसिग की है, जिसके कारण कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। सैंपलिग की रफ्तार को बढ़ाया गया है, जिससे संक्रमण को फैलने से रोका भी जा रहा है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए यही प्रभावी कदम है।