उत्तराखंड

पैराग्लाइडरों के लिए एसआईवी प्रशिक्षण कोटी झील में

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नई टिहरी। देश के विभिन्न राज्यों के 20 युवा पैराग्लाईडरों को तैयार करने के लिए टिहरी के कोटी कालोनी में पर्यटन विभाग के तत्वाधान में इन दिनों एसआईवी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एसआईवी प्रशिक्षण का विभिन्न राज्यों से आये युवा तन्मयता से आनंद ले रहे हैं। इस बाबत जानकारी देते हुए जिला पर्यटन विकास अधिकारी अतुल भंडारी ने बताया कि हाल ही में टिहरी में कराये गये अंर्तराष्ट्रीय टिहरी एक्रो फेस्टिवल 2023 का आयोजन करवाया गया था। जिसमें यह बात पुख्ता हुई है कि प्रतापनगर को टेक आफ प्वाईंट और कोटी कालोनी को लैडिंग प्वाईंट बनाने से यह स्थल पैराग्लाईडिंग के लिए देश का सर्वदा उपयुक्त स्थल माना गया है। इस फेस्टिवल से टिहरी झील को अंर्तराष्ट्रीय मंच पर बड़ी पहचान भी मिली है। पैराग्लाईडिंग के अन्तर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक फेरदी टय यहां पवर पैराग्लाईडरों को पैराग्लाईडिंग का एसआईवी प्रशिक्षण मंत्रा के माध्यम से दे रहे हैं। पैराग्लाईडिंग मंत्रा के सीईओ एवं उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद् देहरादून के वायुक्रीड़ा विशेषज्ञ तानाजी टाकवे ने बताया कि टिहरी बांध की झील पैराग्लाइडिंग के समस्त प्रकार के प्रशिक्षण कराए जाने को देश में सबसे उपयुक्त है। टिहरी बांध की झील को पैराग्लाईडिंग के क्षेत्र में अंर्तराष्ट्रीय पहचान दिलाने को निरंतर प्रयास जारी हैं। जिस देखते हुए वर्तमान में देश के विभिन्न राज्यों के 20 पैराग्लाइडर अन्तर्राष्ट्रीय पैराग्लाइडिंग विशेषज्ञ फेरदी टय जो कि टर्की के रहने वाले हैं, के निर्देशन में प्रशिक्षण टिहरी झील में ले रहे हैं। पैराग्लाईडिंग मंत्रा के सीईओ तानाजी टाकवे की देख-रेख में एसआईवी का निशुल्क प्रशिक्षण तत्परता से दिया जा रहा है। आगामी 24 दिसंबर तक यह प्रशिक्षण निरंतर चलेगा। टिहरी झील के निकट टेक आफ व लैडिंग प्वाईंट डेवलप करने के लिए भूमि चयन की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।

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