कानपुर में छह और संक्रमित मरीज मिलने से संख्या हुई दस, शासन ने बुलाई आपात बैठक
कानपुर, एजेंसीा। दक्षिण अफ्रीका और दक्षिण भारत में कहर बरपाने वाला जीका वायरस उत्तर प्रदेश की उद्योग नगरी यानी कानपुर में भी कहर बरपाने लगा है। स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी अभी तक चकेरी एयरफोर्स स्टेशन से संक्रमण फैलने का दावा कर रहे थे लेकिन अब बाहरी लोगों में भी संक्रमण की पुष्टि होने के बाद खलबली मच गई है। आठ दिन बाद भी स्वास्थ्य महकमा जीका वायरस का सोर्स का पता नहीं कर सका है। रविवार को जीका वायरस के छह संक्रमित एयरफोर्स स्टेशन से बाहर के मिले हैं, इनमें लाल बंगला क्षेत्र की चार महिलाएं हैं। एक साथ छह संक्रमित मिलने से शासन से प्रशासन तक में खलबली मच गई। जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर अपने मातहतों के साथ क्षेत्र का जायजा लेने पहुंचे हैं। शहर में जीका वायरस संक्रमितों की संख्या 10 हो गई है।
रामदेवी क्षेत्र जहां सीएमओ कार्यालय है और स्वास्थ्य विभाग का पूरा अमला बैठता है। इसके बावजूद जिला मलेरिया विभाग की शहरी मलेरिया इकाई के सेक्टर चार के मलेरिया इंस्पेक्टर और उसकी पूरी टीम कागजों पर आंकड़ेबाजी कर जिले से लेकर शासन के अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकते रहे। मच्छरों के ब्रीडिंग प्वाइंट और घनत्व तक का पता नहीं लगा सके। जिसका नतीजा है कि जीका वायरस ने शहर में दस्तक दी और अब कहर बरपाना शुरू कर दिया है। एयरफोर्स स्टेशन के बाहर जीका वायरस का संक्रमण फैल चुका है। शहर के लाल बंगला इलाके में छह और जीका वायरस के पजिटिव मरीज मिले हैं, उनमें सभी सिविलियन हैं। रविवार सुबह लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) की रिपोर्ट में चार महिलाएं और दो पुरुष में जीका वायरस का संक्रमण पाया गया है।
शहर के जीका वायरस प्रभावित क्षेत्रों से मेडिकल टीमों ने अबतक 645 संदिग्ध लक्षण वाले, बुखार पीड़ित और गर्भवती के सैंपल एकत्र किए हैं। उनकी जांच लखनऊ के केजीएमयू और पुणे की नेशनल इंस्टीट्यूट अफ वायरोलाजी (एनआइवी) भेजा गया है। वहां हुई जांच में अबतक 10 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।