देश में कोविड संक्रमण की धीमी पड़ी रफ्तार, गृह मंत्रालय ने कहा- राज्य और केंद्र शासित प्रदेश प्रतिबंधों में दे सकते हैं और अधिक ढील
नई दिल्ली, एजेंसी। देश मे कोरोना की रफ्तार में करीब-करीब लगाम लग चुकी है। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोरोना संक्रमण को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों में और ढील देने के लिए कहा है। मंत्रालय के ओर से लिखे एक पत्र में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण की स्थिति का आकलन करने के बाद राज्य आर्थिक गतिविधियों में और अधिक ढील दे सकते हैं। इन गतिविधियों में खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक और धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ रात्रि कर्फ्यू की अवधि को कम करने से सुझाव दिए गए हैं।
कोरोना प्रतिबंधों में ढील देने की बात कहते हुए केंद्रीय गृह सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी मुख्य सचिवों को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कहा है कि सामाजिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक और धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ रात के कर्फ्यू के घंटों में पर्याप्त ढील दी जा सकती है। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। साथ ही गृह सचिव ने कहा है कि सुधार की स्थिति को देखते हुए, आर्थिक गतिविधियों को खोलने का फैसला स्थिति का आकलन करते हुए होना चाहिए।
पत्र में केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने तमाम तरह की आर्थिक गतिविधियों का जिक्र किया है। इनमें सामाजिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्तिक, धार्मिक, त्योहार संबंधी सभाएंय रात का कर्फ्यूय सार्वजनिक परिवहन संचालनय शापिंग काम्प्लेक्स, सिनेमा हाल, जिम, स्पा, रेस्तरां और बारय स्कूल-कालेज, कार्यालय और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों का उल्लेख है। लेकिन इस बीच उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी गतिविधियों की अनुमति देते हुए, मास्क पहनना, सामाजिक दूरी का पालन करना, स्वच्छता और बंद स्थानों में वेंटिलेशन जैसा कि राष्ट्रव्यापी निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है।
गृह सचिव ने पत्र में आगे कहा कि आर्थिक गतिविधियों में ढील के बीच राज्यों को महामारी संबंधी कार्य जारी रखने चाहिए। जिनमें कोरोना जांच, टीकाकरण समेत कोविड प्रबंधन प्रोटोकाल शामिल हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को देश में कोरोना के 13,166 नए मामले दर्ज किए गए। जो पिछले दिन करीब 14,148 दर्ज किए गए थे, संक्रमण के मामलों की दैनिक सकारात्मकता दर घटकर 1़28 फीसदी हो गई है। जबकि साप्ताहिक सकारात्मकता दर 1़48 फीसदी दर्ज की गई है।