औली की ढलानों में स्नो शूज रनिंग एवं स्काई शूज रनिंग की प्रतियोगिता हुई आयोजित
चमोली। स्नो शूज फेडरेशन आफ इंडिया के दिशानिर्देशन में आगामी 18 से 21 मार्च तक जम्बू कश्मीर के गुलमर्ग में तीसरी खेलो इंडिया नेशनल विंटर गेम्स 2022 के तहत छठी राष्ट्रीय स्नो शूज चौंपियनशिप का आयोजन होने जा रहा है। जिसके तहत विविध प्रदेशों के उदयमान खिलाड़ियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। नेशनल खेल प्रतियोगिता से पहले रविवार को जोशीमठ में औली की बर्फीली ढलानों में एक दिवसीय स्नो हेकर रनिंग एवं स्नो स्वाइंग रनिंग प्रतियोगिताओं का अयोजन किया गया। आयोजन समिति के अनुसार इसमें 182 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया जिसमें 12 युवतियां शामिल रहीं। प्रतियोगिता का उद्घाटन डीआईजी औली यशपाल सिंह एवं धर्माधिकारी बीकेटीसी भुवन उनियाल ने किया। औली की ढलानों में एक दिवसीय आयोजित खेल प्रतियोगिता में स्नो शूज रनिंग में आईटीबीपी के बलवंत सिंह प्रथम, धर्मेन्द्र सिंह गढ़वाल स्काउट द्वितीय व सूरज सिंह गढ़वाल स्काउट तीसरे नंबर पर रहे। वहीं महिलाओं की स्नो शूज रनिंग स्पर्धा में आईटीबीपी की प्रिंशी प्रथम, आईटीबीपी की रागिनी नेगी द्वितीय व जोशीमठ के सुभांई गांव की सपना रावत तृतीय रहीं। वहीं दूसरी प्रतियोगिता स्काई शूज रनिंग पुरुष वर्ग में गढ़वाल स्काउट सेना के प्रीतम सिंह प्रथम, गढ़वाल स्काउट के विपेन्द्र सिंह द्वितीय व उत्तराखंड के अनुशुया डिमरी तृतीय स्थान पर रहे। इसी प्रकार महिला वर्ग में स्काई स्नो रनिंग में प्रिया डिमरी उत्तराखंड की प्रथम, आईटीबीपी की प्रिंशी कुमारी द्वितीय एवं उत्तराखंड की सपना रावत तीसरे स्थान पर रहीं। जीएमवीएन के स्कीइंग प्रशिक्षक एवं आयोजन समिति के सदस्य कमल किशोर डिमरी ने बताया कि प्रथम स्थान में आने वाले को 2500 , द्वितीय स्थान में आने वाले को 1500 व तृतीय स्थान में रहने वाले को एक हजार रुपया की राशि इनाम स्वरूप दी जा रही है। वहीं खिलाड़ियों को खेल समाप्त होने पर कोई प्रमाणपत्र जारी नहीं किया गया। आयोजन समिति के विमल पंवार ने बताया कि एक सप्ताह के अंदर सर्टीफिकेट एसोसियेशन से हस्ताक्षर होकर आएंगे उसके बाद ही खिलाड़ियों को दिया जायेगा।
स्नोज शूज रनिंग और स्काई शूज रनिंग प्रतियोगिता बर्फ की चढ़ाई में आयोजित की जाती हैं। औली जीएमवीएन चियर लिफ्ट प्वाइंट से लगभग 50 मीटर ऊपर से औली आठ नंबर टावर के निकट तक दोनों ही प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों को बर्फ से लकदक स्लोप में चढ़कर 400 मीटर से अधिक ऊपर की और भागना था जो एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। कड़कड़ाती ठंड में बर्फीले स्लोप में दोनों ही प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों का ऊपर पहाड़ी की ओर भागना जहां रोमांच से भरा हुआ था तो वहीं काफी खतरनाक भी।
भारी ठंड में बर्फ के बुग्याल में ऊपर की ओर जब खिलाड़ी अव्वल आने के लिए भाग रहे थे तो ऐसे में कभी भी स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी हो सकती थी बावजूद आयोजन समिति द्वारा पूरे स्लोप में कहीं भी मेडिकल सुविधा नहीं रखी गई थी जो चिन्ताजनक है। यद्यपी यह दोनों ही खेल पहली बार औली में आयोजित हो रहे थे इसलिए दोनों खेलों के प्रति खिलाड़ियों में काफी उत्सुकता देखी गई। वहीं आयोजन समिति के अजय भट्ट कहते हैं कि अयोजन पूर्ण सफल रहा। वहीं स्नो स्वांई रनिंग में प्रथम रहीं आईटीबीपी की प्रिंशी कुमारी और सुभांई जोशीमठ की तृतीय स्थान में आई सपना रावत कहतीं हैं कि यद्यपी उन्होंने इस खेल को पहली बार प्रतिभाग किया है लेकिन बिना तैयारी व बिना कोचिंग के अपने स्टैमना के बल पर वे प्रतियोगिता में विजेता बनी हैं।