सिब्बल के घर पर नारेबारी के विरोध में जी-23 के नेता हुए लामबंद, सोनिया गांधी से शिकायत की
नई दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस नेता कपिल सिब्घ्बल के आवास पर पार्टी कार्यकर्ताओं की नारेबाजी और हमले के विरोध में जी-23 के नेता लामबंद हो गए हैं। ग्रुप-23 के कई कांग्रेस नेताओं गुरुवार को अपने सहयोगी कपिल सिब्बल के घर पर हमले की कड़ी निंदा की और इसे आर्केस्ट्रेटेड गुंडागर्दी करार दिया। वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, भूपिंदर सिंह हुड्डा, विवेक तन्खा और राज बब्बर ने सोनिया गांधी से सिब्बल के घर पर हमला करने वालों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सिब्बल के घर पर हमला की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ऐसा व्यवहार पार्टी नेतृत्व के लिए उपयुक्त नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वरिष्ठों को पूरी तरह से दरकिनार किया जा रहा है जो पार्टी के लिए अच्छा नहीं है। वहीं राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने भी सिब्बल के आवास पर हुए हमले की निंदा की। आजाद ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हमले को आर्केस्ट्रेटेड गुंडागर्दी करार दिया।
गुलाम नबी आजाद ने ट्वीट कर कहा- सिब्बल एक वफादार कांग्रेसी हैं जो संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह पार्टी के लिए लड़ रहे हैं। किसी भी पक्ष के किसी भी सुझाव को दबाने की जगह उसका स्वागत किया जाना चाहिए। इस तरह की गुंडागर्दी अस्वीकार्य है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कपिल सिब्बल के आवास के बाहर गुंडागर्दी करना कांग्रेस की संस्ति नहीं है। वहीं आनंद शर्मा ने कहा- सिब्बल के घर पर हमले और गुंडागर्दी की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। ऐसी घटना पार्टी को बदनाम करती है।
आनंद शर्मा ने सोनिया गांधी से उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जो सिब्घ्बल के घर पर हमला करने वालों में शामिल थे। वहीं पंजाब से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने सिब्घ्बल के घर पर हुए हमले को गुंडागर्दी करार दिया। उन्घ्होंने कहा कि जो भी इस हमले के मास्घ्टर माइंड हैं उनको यह ध्यान रखना चाहिए कि सिब्घ्बल कानून की अदालतों के भीतर और बाहर दोनों जगह कांग्रेस के लिए लड़ते हैं। आपको उनके विचार असहज लग सकते हैं लेकिन यह हिंसा का लाइसेंस नहीं हो सकता है।