देश में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी
नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई और तेज होने वाली है। सूत्रों के हवाले से बताया है कि अक्घ्टूबर महीने से देश में कोविड-19 रोधी वैक्घ्सीन की 27 से 28 करोड़ डोज उपलब्घ्ध होगी। सूत्रों की मानें तो इसमें बायोलाजिकल-ई और जाइडस कैडिला की वैक्सीन डोज शामिल नहीं हैं। यानी जाहिर है यदि ये दोनों वैक्घ्सीन उपलब्घ्ध हो जाती हैं तो देश में कोविड रोधी टीकों की पर्याप्त उपलब्धता होगी जिससे टीकाकरण की रफ्तार में और तेजी आएगी।
वहीं समाचार एजेंसी आरएनएस के मुताबिक देश में जायडस कैडिला की वैक्घ्सीन के जल्घ्द उपलब्घ्ध होने की संभावना है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि अभी तक देश में कोविड रोधी वैक्सीन की 88 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं। इनमें 64 करोड़ से ज्यादा पहली डोज जबकि 23़70 करोड़ दूसरी डोज शामिल हैं। गौर करने वाली बात है कि फ्रंटलाइन वर्कर्स में 100 फीसद कर्मचारियों को पहली डोज लगाई जा चुकी है। वहीं 99 फीसद स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्घ्सीन की पहली डोज लग चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 25 फीसद वयस्क आबादी ने कोविड रोधी वैक्सीन की दोनों खुराक ली हैं। सरकार ने अभी तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड-19 रोधी वैक्घ्सीन की 86़51 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध कराई है। आगे टीकों की 63़69 लाख से अधिक खुराकें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दी जानी है। मौजूदा वक्घ्त में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास पांच करोड़ से ज्घ्यादा खुराकें उपलब्ध हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण केंद्रों को 64़1 फीसद जबकि शहरी क्षेत्रों में स्थिघ्त टीकाकरण केंद्रों को 35 फीसद खुराक दी जा चुकी है।