स्पर्श गंगा के तहत भाषण व पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित
अल्मोड़ा। राजकीय महाविद्यालय, शीतलाखेत, अल्मोड़ा के सभागार में स्पर्श गंगा दिवस के उपलक्ष्य पर भाषण सहित पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। एवं व्याख्यान सत्र में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर लल्लन प्रसाद वर्मा ने कहा कि यह देश में पहला ऐसा अभियान है, जो स्कूली छात्रों को जागरूक करने के साथ-साथ देश की जनता को गंगा स्वच्छता के संरक्षण के प्रति जागरूक करता है। यह अभियान 2009 में उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान हरिद्वार सांसद ड रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा शुरू किया गया था। संपूर्ण मानव इतिहास में शुरू से ही नदियों का महव रहा है। अविरल गंगा का जल मूल प्रातिक संसाधन है। भारत जैसे देश में जहाँ की अधिकांश जनसंख्या जीविका के लिये षि पर निर्भर है, वहां सिंचाई, नौसंचालन और जलविद्युत निर्माण के लिये नदियों को संरक्षित रखना हम सबका कर्त्तव्य है। ड ईशान गैरोला ने संबोधित करते हुए कहा कि आज हमें गंगा को स्वच्छ रखने के लिए शपथ लेनी चाहिए संकल्प लेना चाहिए कि गंगा हमारी मां है यह जीवनदायिनी है मोक्षदायिनी है इसे स्वच्छ, पवित्र, निर्मल रखना हमारा परम कर्तव्य है। कार्यक्रम का संचालन ड प्रकाश चंद्र जांगी ने करते हुए कहा कि गंगा की जन्मस्थली उत्तराखंड से आज के ही दिन 17 दिसबर 2009 को उत्तराखंड के नौनिहालों ने सामुदायिक सहभागिता के साथ गंगा और उसकी सहायक नदियों की अविरलता निर्मलता के लिए स्पर्श गंगा अभियान प्रारंभ किया।कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक ड सीमा प्रिया डक्टर ईशान गैरोला डक्टर खीमराज जोशी शिक्षणेत्तर कार्मिक हेमंत सिंह मनराल श्री रमेश राम श्री विनोद रतन आदि सहित महाविद्यालय के समस्त छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।