शेयर बाजार ने रचा इतिहास, सेंसेक्स पहली बार 70 हजार पार, निफ्टी भी 21,000 पार
मुंबई। शेयर बाजार ने गुरुवार को इतिहास रच दिया और सेंसेक्स पहली बार 70 हजार एवं निफ्टी 21 हजार अंक को पार कर गया। बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 929.60 अंक अर्थात 1.34 प्रतिशत की उद्दन भरकर सार्वकालिक उच्चतम स्तर 70 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 70514.20 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 256.35 अंक यानी 1.23 प्रतिशत की छलांग लगाकर अबतक के रिकॉर्ड 21182.70 स्तर पर रहा। इस दौरान बीएसई का मिडकैप 1.06 प्रतिशत की तेजी के साथ 36,223.86 अंक और स्मॉलकैप 0.62 प्रतिशत चढक़र 41,841.93 अंक पर रहा। बीएसई में कुल 3892 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2064 में लिवाली, जबकि 1702 में बिकवाली हुई वहीं 126 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
इसी तरह निफ्टी की 38 कंपनियों के शेयर हरे जबकि शेष 12 लाल निशान पर बंद हुए। विश्लेषकों के अनुसार अमरीकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ब्याज दरों में कटौती करने के स्पष्ट संदेश ने आने वाले दिनों में एक स्मार्ट सांता क्लॉज रैली के लिए प्लेटफार्म तैयार कर दिया है। यह चुनाव पूर्व रैली को भी गति दे सकता है, जो बाजार को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है। फेड के कल के संदेश का अर्थ यह है कि सख्ती का दौर खत्म हो गया है और वर्ष 2024 में तीन बार ब्याज दरों में कटौती संभव है। अमरीका में 10 वर्षीय यील्ड में चार प्रतिशत की गिरावट से घरेलू बाजार में बड़े पूंजी प्रवाह को बढ़ावा मिलेगा।
यह पूंजी लार्ज कैप ख़ासकर बैंकिंग और आईटी जैसे समूहों के लिए होगा। इससे बीएसई में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की 0.20 प्रतिशत की गिरावट को छोडक़र 19 समूहों में जमकर लिवाली हुई। इस दौरान रियल्टी 3.80, आईटी 3.21, टेक 2.72, दूरसंचार 2.14, कमोडिटीज़ 0.75, सीडी 0.88, ऊर्जा 1.28, एफएमसीजी 0.31, वित्तीय सेवाएं 1.38, हेल्थकेयर 0.02, इंडस्ट्रियल्स 0.52, यूटिलिटीज़ 0.78, ऑटो 0.67, बैंकिंग 1.26, कैपिटल गुड्स 0.47, धातु 0.84, तेल एवं गैस 1.36, पावर 0.89 और सर्विसेज समूह के शेयर 0.48 प्रतिशत चढ़ गए। इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तेजी का रुख रहा। ब्रिटेन का एफ़टीएसई 1.89, जर्मनी का डैक्स 0.69 और हांगकांग का हैंगसेंग 1.07 प्रतिशत उछल गया। हालांकि जापान का निक्केई 0.73 और चीन के शंघाई कम्पोजिट में 0.33 प्रतिशत की गिरावट रही।