शोपीस बन गई लाखों की स्ट्रीट लाइट, वर्षाकाल में बढ़ी परेशानी
शाम ढलते ही वार्डों में चारों ओर छा जाता है भयंकर अंधेरा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : ‘चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात’ यह स्थिति इन दिनों नगर निगम की ओर से शहर में लगाई गई स्ट्रीट लाइटों की बनी हुई है। कुछ दिन रोशनी फैलाने के बाद वार्डों में अधिकांश स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हुई है। ऐसे में वर्षाकाल में सबसे अधिक परेशानी बन रही है। दरसल, बरसात में सांप व अन्य जीव अपने बिल से निकलकर मार्ग पर आ जाते हैं। जिससे जान का खतरा बना रहता है। वहीं, नदी नालों के किनारे स्ट्रीट लाइट खराब होने से पानी के वेग का पता नहीं चल पाता।
कुछ समय पूर्व नगर निगम ने करीब बीस लाख की लागत से क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट लगाई थी। लेकिन, वर्तमान में अधिकांश स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हुई है। नतीजा, सूरज ढलते ही वार्डों में अंधेरा छा जाता है। भाबर निवासी मुन्नी देवी, पुष्पा देवी ने बताया कि वर्षाकाल के समय सांप, बिच्छू सहित अन्य जीवों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में सड़कों में अंधेरा छाने से राह चलते लोगों को खतरा बना रहता है। वहीं, नदी व नालों के आसपास भी स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी है। जबकि, वर्षाकाल के दौरान इन स्ट्रीट लाइटों की स्थिति बेहतर होनी चाहिए थी, जिससे नदी का वेग बढ़ने पर परिवार सुरक्षित स्थानों पर जा सकें।
पनियाली गदेरे के आसपास लगाई जाएं स्ट्रीट लाइट
वर्षाकाल में अचानक विकराल बनकर बह रही नदी नालों से सबसे अधिक नुकसान होता है। ऐसे में नदी नालों के वेग का पता चल सके इसके लिए कौड़िया वासियों ने पनियाली गदेरे के आसपास स्ट्रीट लाइट लगवाने की मांग की है। कहा कि अंधेरे में गदेरे में पानी बढ़ने का अंदाजा लोगों को नहीं हो पाया था। जिससे उनके घरों में मलबा घुसने के कारण भारी नुकसान हुआ था। बताया कि वर्षाकाल के दौरान व्यवस्थाएं बेहतर बनी रहे। इसके लिए पनियाली गदेरे के आसपास स्ट्रीट लाइट लगाई जानी चाहिए।