जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य करने के विरोध में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार के विद्यार्थियों ने शिक्षामंत्री का पुतला दहन किया। कहा कि प्रतिदिन विद्यालय आने से दूर-दराज के विद्यार्थियों को किराया महंगा पड़ेगा। ऐसे में सरकार को अपना निर्णय वापस लेना चाहिए।
शनिवार को विद्यार्थी महाविद्यालय के प्रवेश द्वार के समीप पहुंचे। यहां उन्होंने शिक्षा मंत्री का पुतला दहन किया। पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अंकुश घिल्डियाल ने वर्तमान में महाविद्यालयों में छात्रों की 75 प्रतिशत अनिवार्य हाजिरी को छात्र विरोधी निर्णय बताया। कहा कि महाविद्यालयों में दूर-दराज से छात्र पढ़ने के लिए आते है, विषम भागौलिक परिस्थियों के चलते छात्रों का रोजाना महाविद्यालय में आना संभव नहीं हो पाता है। कभी वर्षाकाल में रोड़ अवरूद्ध हो जाती है। कहा कि दूर-दराज से आने वाले गरीब छात्रों को रोजाना किराया भाड़ा वहन करना भी कठिन हो रहा है। छात्रों ने शिक्षा मंत्री से इस प्रकार के नियम को तत्काल वापस लिए जाने की मांग की है। कहा कि मांग न माने जाने पर उन्हें भूख हड़ताल जैसे कदम उठाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इस मौके पर अंकुर केष्टवाल, प्राची तिवारी, अंबिका, विजय रावत मौजूद रहे।