मार्डल प्रस्तुत कर विद्यार्थियों ने बताई वैज्ञानिक सोच
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, एससीईआरटी व समग्र शिक्षा पौड़ी के संयुक्त तत्वावधान में जिला स्तरीय विज्ञान महोत्सव का सिम्मलचौड़ स्थित टीसीजी पब्लिक स्कूल में आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने विभिन्न मार्डल प्रस्तुत कर अपनी वैज्ञानिक सोच बताई।
आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ लैंसडौन विधायक दिलीप रावत, विशिष्ट अतिथि जी.एस.टी. कमिश्नर मितेश्वर आनन्द, विशिष्ट अतिथि महेन्द्र कुमार अग्रवाल, विशिष्ट अतिथि सत्यपाल सिंह रावत, विशिष्ट अतिथि अजय जोशी, सह संयोजक खण्ड शिक्षा अधिकारी दुगड्डा अमित कुमार चन्द, समग्र शिक्षा की जिला समन्वयक गरिमा व्यास, रीना रावत, जिला विज्ञान समन्यक दौलत सिंह गुसाईं ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कक्षा छह से 12 तक अध्ययनरत छात्रों हेतु आयोजित इस कार्यक्रम में बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी तथा विज्ञान नाट्य प्रतियोगिता में जनपद के समस्त विकासखंडों से आये लगभग 540 छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में आये अतिथियों एवं निर्णायकों द्वारा सभी बाल वैज्ञानिकों द्वारा खाद्य, स्वास्थ्य, स्वच्छता, परिवहन एवं संचार, प्राकृतिक खेती, आपदा प्रबन्धन, कचरा प्रबन्धन, संसाधन प्रबन्धन, गणित-विज्ञान विषयों पर बनाये गये मॉडलों की प्रशंसा की गयी। इस अवसर पर छात्रों द्वारा मुख्य विषय मानव जाति के कल्याण के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्तर्गत वैश्विक जल संकट, एआई और समाज, आपदा प्रबन्धन की तकनीक, स्वास्थ्य, स्वच्छता, जलवायु परिवर्तन आदि विषयों पर विज्ञान नाटक प्रस्तुत किए गये। मुख्य अतिथि महन्त दिलीप रावत ने अपने सम्बोधन में विज्ञान को जीवन का एक अभिन्न अंग बताया। साथ ही कहा कि विज्ञान हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है यह हमारे आस-पास की दुनिया को समझने और उसमें सुधार लाने में हमारी मदद करता है। उन्होंने युवा वैज्ञानिकों को देश के भविष्य के लिए सजग रहने और समय की आवश्यकता के अनुसार जीवन को सरल बनाने के लिए नित नयी खोज करते रहने पर बल दिया। उन्होंने प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में सफल होने एवं महान वैज्ञानिक बनने के लिए शुभकामनाएं दी।
खण्ड शिक्षा अधिकारी अमित कुमार चन्द ने बाल वैज्ञानिकों द्वारा प्रदर्शित मॉडलों की प्रशंसा करते हुए ऐसे आयोजनों को छात्र-छात्राओं के शैक्षिक उन्नयन एवं वैज्ञानिक सोच में वृद्धि का एक प्रेरणादायी मंच बताया। विशिष्ट अतिथि मितेश्वर आनन्द ने विज्ञान को संविधान से जोड़ने की एक कड़ी बताया व बच्चों से एपीजी अब्दुल कलाम के आदर्शों पर चलने का आह्वान किया। इस अवसर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारीखाल डॉ. सुरेन्द्र सिंह, स्थल संयोजक के रूप में टी.सी.जी. पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य नीना घिल्डियाल, उप सम्भागीय परिवहन अधिकारी कोटद्वार शशि दुबे, आर.आई. विकास सिंह, आयोजन समिति में पारितोष रावत, मुकेश रावत, महेन्द्र सिंह राणा, डॉ. जितेन्द्र नेगी, संदीप बिष्ट, पूनम पांधरी, रश्मि रावत, सीतान्शु खुगशाल, नवीन असवाल, मनमोहन चौहान, मनोज रावत, उमेश वर्मा, दीपक नेगी, अम्बेश पन्त, अजय खन्तवाल, अंकित पन्त, कपिल अग्रवाल, राजेन्द्र पाल, बाबू लाल बिन्द, विभिन्न ब्लॉक विज्ञान समन्वयक, मार्ग दर्शक शिक्षक-शिक्षिकाएं आदि उपस्थित रहे। निर्णायक के रूप में निधि रावत, एकता वर्मा, ज्योति ध्यानी, हेमलता बडोला, दीपिका रावत, कविन्द्र मोहन उनियाल, रश्मि उनियाल, पी.एल. बडोला, सुषमा नैनवाल, ममता रानी, प्रतिमा रावत, आरती देवरानी, अर्चना जखवाल, ऋतु उनियाल, किरन जगरवाल, बृजेश उपाध्याय, एपी डंगवाल, अजय बिष्ट आदि ने सहयोग किया।