खाद्य पदार्थों के पांच सैंपल फैल, दुकानदारों के खिलाफ होंगे वाद दायर
-खाद्य सुरक्षा विभाग ने इस साल होली के समय लिए थे 72 खाद्य पदार्थों के सैंपल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : खाद्य पदार्थों में मिलावट और नियमों का पालन न करना कुछ दुकानदारों की आदत सी बन गई है। जिसका असर आम लोगों के स्वास्थ्य पर आसानी से देखा जा सकता है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने इस साल होली के समय जनपद पौड़ी के विभिन्न स्थानों से खाद्य पदार्थों के 72 सैंपल लिए थे। जिनकी रिपोर्ट आ गई है। जांच में पांच सैंपल फैल हुए हैं। जिस पर खाद्य सुरक्षा विभाग इन पांचों दुकानदारों के खिलाफ एडीएम कोर्ट में वाद दायर करने की तैयारी कर रहा है।
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी अजब सिंह रावत ने बताया कि इसी वर्ष होली के समय जनपद में खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ विशेष अभियान चलाया गया था। जिसके तहत पूरे जनपद के विभिन्न स्थानों से खाद्य पदार्थों के 72 सैंपल लिए गए थे। इन सैंपलों को विशेष अभियान के तहत जांच के लिए नोएडा की एक कंपनी में भेजा गया था। जिससे जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द आ सके। अब इन सैंपलों की जांच रिपोर्ट आ चुकी है। जांच में पांच खाद्य पदार्थों के सैंपल फैल हो गए। इसका मतलब यह है कि इन खाद्य पदार्थों में या तो मिलावट की गई थी या नियमों का पालन नहीं किया गया था। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि एक सैंपल पाठीसैंण बाजार से लिए गए खाद्य पदार्थ का फैल हुआ है। पाठीसैंण से रूस्को जूस का सैंपल लिया गया था। जांच में पता चला कि 100 एमएल की बोतल में मानक से बहुत कम मात्रा में जूस भरा हुआ था। दूसरा सैंपल जो फैल हुआ है वह पौड़ी बाजार से लिया गया था। यहां से डबल हंस चाय का सैंपल लिए गया था। जांच में पता चला कि चाय में न्यूटे्रशन वेल्यू बहुत कम है। इसके अलावा सबदरखाल से भी मावे का एक सैंपल लिया गया था। जांच में मावे में एसएनएफ (सोलिड नोट फैट) की मात्रा बहुत कम पाई गई।
कोटद्वार में भी दो सैंपल हुए फैल
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मार्च माह में कोटद्वार में भी विशेष अभियान चलाया था। जिसके तहत कोटद्वार से खाद्य पदार्थों के 14 सैंपल लिए गए थे। इनमें दो सैंपल जांच में फैल हो गए। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि कोटद्वार में एक सैंपल मावे का फैल हुआ। इसमें एसएनएफ (सोलिड नोट फैट) की मात्रा बहुत कम पाई गई। ऐसा अक्सर तब होता है, जब दूध में पानी या अन्य पदार्थ मिला दिया जाता है। इसके अलावा एक सैंपल सरसो के तेल का फैल हुआ है।
दुकानदारों को उच्च स्तरीय जांच के लिए दिया था मौका, नहीं आए आगे
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी अजब सिंह रावत ने बताया कि जिन दुकानदारों के सैंपल फैल हुए हैं। उन्हें उक्त खाद्य पदार्थों की उच्च स्तरीय जांच के लिए एक माह का समय दिया गया था, लेकिन कोई भी दुकानदार आगे नहीं आया। ऐसे में अब वह सभी आरोपी दुकानदारों के खिलाफ एडीएम कोर्ट में वाद दायर करने की तैयारी कर रहे हैं।