छोटे वाहनों के लिए खुला सुखरो पुल
दो सितंबर से पुल मरम्मत के कारण बंद था यातायात
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: कोटद्वार नगर को भाबर से जोड़ने वाले सुखरो पुल पर शनिवार से छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। शनिवार को विभाग ने पुल को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया है। वहीं, पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए दोनों ओर लोहे के एंगल लगाए गए हैं। वहीं, पुल को कार व वाहनों की आवाजाही के लिए नहीं खोलने पर उत्तराखंड क्रांति दल ने आक्रोश व्यक्त किया। कार्यकर्ताओं ने पुल के दोनों ओर बनी दीवार को गिरा दिया।
मालूम हो कि दो सितंबर को सुखरा नदी पर बने पुल का एक पिल्लर धंस गया था। जिसके बाद पुलिस व लोकनिर्माण विभाग ने पुल पर वाहनों की आवाजाही रोक दी थी। पिल्लर की सुरक्षा के लिए लोकनिर्माण विभाग ने तत्काल जेसीबी से सुखरो नदी की दिशा भी बदल दी थी। साथ ही क्षतिग्रस्त पिल्लर के चारों ओर पत्थरों की दीवार बना दी थी। तीन सितंबर को लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता डीपी सिंह ने विशेषज्ञों के साथ पुल का निरीक्षण किया, जिसके बाद विभाग ने नोएड़ा की एक एजेंसी को मरम्मत कार्य का जिम्मा सौंप दिया। शुरूआत में बारिश के कारण नदी उफान पर आने से मरम्मत कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही थी। लेकिन, वर्तमान में विभाग ने पुल मरम्मत का अधिकांश कार्य पूरा कर दिया है। कुछ दिन पूर्व उत्तराखंड क्रांति दल ने पुल को वाहनों की आवाही के लिए खोलने की मांग की थी। साथ ही दो दिन पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने भी पुल का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को इसे छोटे वाहनों के लिए खोलने के निर्देश दिए। जिसके तहत विभाग ने पुल के दोनों ओर लोहे के एंजल लगाकर इसे दोपहिया वाहनों के लिए खोल दिया। वहीं, पुल को कार व अन्य वाहनों के लिए नहीं खोलने पर आक्रोश व्यक्त किया। दल के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉक्टर शक्ति शैल कपरवाण के नेतृत्व में कार्यकार्ताओं ने पुल पर पहुंचकर इसके दोनों ओर बनी दीवार को गिरा दिया। डॉक्टर शक्ति शैल कपरवाण ने कहा यदि सरकार कार्यकताटों पर मुकदमा करेगी तो हम जनहित की इस लड़ाई के लिए जेल जाने को भी तैयार हैं। इस मौके पर हरीश द्विवेदी, जग दीपक रावत, महेंद्र सिंह रावत, पितृ शरण जोशी ,श्रवण सिंह रावत, पुष्कर रावत, गुलाब सिंह रावत और हयात सिंह गुसाईं आदि मौजूद रहे।