सुप्रीम कोर्ट ने कहा अब एक्टर सुशांत सिंह राजपूत को आएगी अच्छी नींद, सत्यमेव जयते
नई दिल्ली, एजेंसी। सुप्रीम कोर्ट ने बलीवुड एक्टर सुशांत सिंह की बांद्रा स्थित फ्लैट में मौत की जांच सीबीआई को दिए जाने को लेकर बुधवार को अहम फैसला सुनाया। कोर्ट ने सुशांत राजपूत को कथित रूप से खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोपी में एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती और अन्य के खिलाफ पटना में दर्ज केस की जांच सीबीआई को सौंपने के बिहार सरकार के निर्णय को बुधवार को बरकरार रखा। इसके साथ ही, कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता के लिए भी यह अपेक्षित न्याय होगा, जिसने भी सीबीआई जांच की बात कही थी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले की आखिरी लाइन में लिखा है- अब दिवंगत भी अच्छी तरह से सोएंगे। सत्यमेव जयते।
कोर्ट ने कहा कि सुशांत मुंबई की फिल्मी दुनिया में प्रतिभाशाली कलाकार थे। उनके परिवार, दोस्त और चाहने वाले जांच के परिणाम आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, ताकि जो कयासबाजी सुशांत की मौत पर हो रही है उन पर विराम लग सके। इसलिए, वक्त की यह तकाजा है कि निष्पक्ष और सक्षम जांच हो पाए। शिकायतकर्ता के लिए जांच का परिणाम ही इंसाफ होगा, जिन्होंने अपना बेटा खोया है। जस्टिस ऋषिकेश रय की एकल पीठ ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये रिया चक्रवर्ती की याचिका पर अपने फैसले में कहा कि राजपूत के पिता की शिकायत पर बिहार पुलिस द्वारा दर्ज केस सही है और इसे सीबीआई को सौंपना विधिसम्मत है। रिया चक्रवर्ती ने पटना के राजीव नगर थाने में दर्ज इस मामले को मुंबई ट्रांसफर करने का अनुरोध करते हुये सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। सुशांत सिंह राजपूत (34) 14 जून को मुंबई के उपनगर बांद्रा में अपने अपार्टमेन्ट में छत से लटके मिले थे। इस मामले की तभी से मुंबई पुलिस जाच कर रही है। मुंबई पुलिस ने इस मामले में सिने निर्माता आदित्य चोपड़ा, महेश भट और संजय लीला भंसाली सहित कम से कम 56 व्यक्तियों के बयान दर्ज किये हैं। जस्टिस ने फैसला सुनाते हुये कहा कि राजपूत की मृत्यु के संबंध में अगर कोई अन्य मामला दर्ज है तो उसकी जांच भी सीबीआई ही करेगी। कोर्ट ने कहा कि मुंबई पुलिस दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 174 के तहत जांच कर रही है जो बहुत ही सीमित है। यह धारा अस्वभाविक मृत्यु और खुदकुशी के मामलों की प्रक्रिया से संबंधित है।
सुको का फैसला क्यों महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस के लिए बड़ा झटका?
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और अन्य के खिलाफ पटना में दर्ज प्राथमिकी की जांच सीबीआई को सौंपने के बिहार सरकार के निर्णय को बुधवार को बरकरार रखा। सीबीआई जांच का विरोध करती रही महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस के लिए यह बड़ा झटका है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि महाराष्ट्र सरकार एक सीमित दायरे में जांच कर रही थी।
न्यायमूर्तिाषिकेश रय की एकल पीठ ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती की याचिका पर अपने फैसले में कहा कि राजपूत के पिता की शिकायत पर बिहार पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी सही है और इसे सीबीआई को सौंपना विधिसम्मत है। रिया चक्रवर्ती ने पटना के राजीव नगर थाने में दर्ज इस मामले को मुंबई स्थानांतरित करने का अनुरोध करते हुए उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की थी।
सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला भले ही रिया चक्रवर्ती की याचिका पर आया हो, लेकिन इसका सबसे बड़ा झटका महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस को लगा है।