तरसाली के ग्रामीणों कों मिली बड़ी राहत
रुद्रप्रयाग। लम्बे समय से सड़क की मांग कर रहे तरसाली गांव के लोगों को बड़ी राहत मिली है। 2.11 हैक्टेयर वन भूमि स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वन विभाग ने तीन किमी लंबी सड़क निर्माण के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कर दी है। वहीं अब लोनिवि ऊखीमठ द्वारा जल्द निर्माण शुरु करने की उम्मीद जताई जा रही है। 25 फरवरी 2019 को ऊखीमठ ब्लॉक के तरसाली गांव को सड़क से जोड़ने के लिए प्रथम चरण के प्रारंभिक कार्य पूर्ण करने को शासन ने 20.60 लाख की धनराशि आवंटित की थी। जिसके बाद लोनिवि ऊखीमठ ने फरवरी 2019 में सर्वे किया गया। किन्तु वन भूमि स्थानांतरण न होने से सड़क निर्माण की कार्रवाई लटकी है। ग्रामीणों को रोजमर्रा के कार्यो को संचालित करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सामाजिक कार्यकर्ता एवं तरसाली निवासी जगतराम सेमवाल ने शासन को पत्र के माध्यम से अवगत कराया था, कि जून, 2013 को केदारघाटी में प्राकृतिक आपदा से केदारघाटी पूरी तरह से प्रभावित हुई है जिस कारण तरसाली गांव के सम्पर्क मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गए थे। जबकि पैदल मार्गों की स्थिति खराब होने व सड़क को लेकर ठोस पहल न होने से बच्चों को स्कूल जाने एवं बृद्वजनों, गर्भवती महिलाओं को इलाज के लिए हॉस्पिटल जाने में परेशानियां उठानी पड़ रही है। तरसाली के समस्त ग्रामीणों, लोनिवि ऊखीमठ के अथक प्रयासों के बाद अब केंद्र सरकार ने वन भूमि स्थानांतरण की सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है, जिसके चलते सड़क के लिए तरस रहे तरसाली गांव के ग्रामीणों को जल्द सड़क से जुड़ने की उम्मीद जागी है। ग्रामीणों ने सड़क के लिए वन विभाग द्वारा सैद्धांतिक स्वीकृति मिलने पर खुशी जताई है।