तहसीलदार की नियुक्ति न होने से दाखिल खारिज प्रक्रिया बाधित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पौड़ी जनपद में जमीन की खरीद फरोख्त के मामले में सबसे महत्वपूर्ण तहसील कोटद्वार में पिछले एक साल से तहसीलदार का पद लगभग एक साल से रिक्त चल रहा है। जिस कारण तहसीलदार कोर्ट के समस्त कार्य बाधित है। दाखिल खारिज की प्रक्रिया बाधित होने से हजारों की संख्या में वाद लंबित है। भारतीय युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव प्रवेश रावत ने जिलाधिकारी से कोटद्वार तहसील में तत्काल तहसीलदार की नियुक्ति करने की मांग की है।
प्रवेश रावत ने जिलाधिकारी को भेजे ज्ञापन में कहा कि कोटद्वार तहसील पौड़ी जिले की सबसे महत्वपूर्ण तहसील है। गढ़वाल का प्रवेश द्वार होने के कारण कोटद्वार में अत्यधिक दबाव भी रहता है। साथ ही कोटद्वार की सीमा उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर जिले से लगती है। जिस कारण शहर अतिसंवेदनशील की श्रेणी में आता है। उन्होंने कहा कि करीब एक वर्ष से पूर्ण कालिक तहसीलदार का पद रिक्त चल रहा है, जिस कारण तहसीलदार कोर्ट के समस्त कार्य बाधित है। भूमि क्रय-विक्रय हो रहा है, लेकिन दाखिल खारिज की प्रक्रिया बाधित होेने से हजारों की संख्या में वाद लंबित है, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि दाखिल खारिज समय पर न होने के कारण भूमि के क्रय-विक्रय होने में फर्जीवाड़ा बढ़ रहा है। साथ ही तहसीलदार न्यायालय में लम्बित वादों का निस्तारण समय पर न होने के कारण आम जनमानस को न्याय नहीं मिल पा रहा है। जिस कारण लोगों में आक्रोश पनप रहा है। प्रवेश रावत ने कहा कि जनहित में कोटद्वार तहसील में तहसीलदार की नियुक्ति किया जाना अति आवश्यक है, ताकि वर्षों से लंबित वादों का निस्तारण समय से हो सके। उन्होंने जल्द ही तहसीलदार की नियुक्ति न होने पर तहसील परिसर में धरना देने की चेतावनी दी है।