थलीसैंण भैरवखाल में कश्मीरी कागजी अखरोट की बागवानी शुरू
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। विकासखंड थलीसैंण के भैरवखाल में कश्मीरी कागजी अखरोट की खेती कर शुभारंभ कर दिया गया है। यहां 10 एकड़ भूमि पर अखरोट की बागवानी की जाएगी। यह प्रदेश का पहला अखरोट बागवान होगा। वहीं त्रिपालीसैंण में डेरी विकास ग्रोथ सेंटर का शुभारंभ भी कर दिया गया है। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने गुरूवार को विकासखण्ड थलीसैंण के भैरवखाल में 10 एकड़ भूमि पर कश्मीरी कागजी अखरोट का पौध रोपण का कार्य शुभारंभ किया। मंत्री ने त्रिपालीसैंण में डेरी विकास ग्रोथ सेंटर का उदघाटन कर क्षेत्र वासियों को विकास की सौगात दी।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि थलीसैंण के भैरवखाल में 10 एकड़ भूमि पर 5 हजार कश्मीरी अखरोट के उच्च कोटि की पेड़ का रोपण कार्य शुरू कर दिया गया है। यह अखरोट की बागवानी प्रदेश की पहली बागवानी होगी जहां पर उच्च प्रजाति के 5000 पेड़ एक ही स्थान पर लगाए जाएंगे। जिससे स्थानीय लोगों को स्वरोजगार में संवर्धन के साथ-साथ आर्थिक विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि बागवानी किसानो के लिए कृषि के क्षेत्र में अच्छी आमदनी देने वाली कास्त है। उन्होंने बागवानी के जरिए स्वरोजगार अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने कश्मीर घाटी के उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के किसान बागवानी के जरिए अपने आर्थिक संपन्नता के दौर पर आगे बढ़ रहे है। सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से जनमानस को आर्थिकी रूप से मजबूत बनाने हेतु कार्य कर रही हैं।
मंत्री डॉ रावत ने त्रिपालीसैंण में दुग्ध विकास की ग्रोथ सेंटर का उदघाटन करते हुए कहा कि ग्रोथ सेंटर खुलने से क्षेत्र में लोगों को काफी लाभ होगा। अपने पालतू पशुओं का दूध ग्रोथ सेंटर में उचित दाम पर बेच सकेंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। जिससे लोग को अपने ही घरों में रोजगार का अवसर मिल सकेगा। प्रदेश भर में ग्रोथ सेंटर बनाये जा रहे हैं और पहला ग्रोथ सेंटर त्रिपालीसैंण में बनाया है, जिसमें प्रोसेसिंग का कार्य भी होगा, जिससे काश्तकारों व डेरी पालकों की आय दुगुनी होगी। उन्होंने कहा कि 50 प्रतिशत अनुदान पर 3 से 5 गाय दे रहे हैं। इस अवसर पर जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष नरेंद्र रावत, राठ विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शंकर सिंह, ग्राम प्रधान दलीप सिंह, आनंद, राजेश, दिनेश सहित स्थानीय लोग उपस्थित रहे।