टीएचडीसी उत्तराखंड को उर्जा प्रदेश बनाने का काम करेगारू ईडी जोशी
नई टिहरी। टीएचटीसी के टिहरी काम्पलेक्स के नव नियुक्त अधिशासी निदेशक (ईडी) एलपी जोशी ने कहा कि टीएचडीसी हाईड्रो उर्जा के क्षेत्र में बेहतर काम कर रही है। पीएम मोदी के नेतृतव में उर्जा उत्पादन के लिए ऐसी तकनीकी का प्रयोग पर जोर है। जिससे पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे। टीएचडीसी गेस्ट हाउस में जोशी पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि टिहरी डैम अपनी पूरी क्षमता से कोटेश्वर को मिलाकर 1400 मेगावाट का उत्पादन कर रहा है। एक हजार मेगावाट का पीएसपी का काम तेजी से चल रहा है। 2023 के अंत तक पीएसपी को शुरू करने पर जोर है। टिहरी बांध में बन रहा पीएसपी भारत का सबसे बड़ा पीएसपी है। जो 1 हजार मेगावाट का उत्पादन बतौर एक बड़ी उर्जा स्टोर बैटरी के रूप में करेगा। पीएसपी में बैरियेबल मोड में काम करने वाली टरबाइन मशीनें लगाई गई हैं। जो फ्रांस में अति आधुनिक तकनीकी से बनाई गई है। इस पर बांध के जलस्तर के वेरियेशन का प्रभाव नहीं पड़ेगा। कहा कि टीएचडीसी उतराखंड सरकार के साथ एक ज्वाईंट वेंचर कंपनी बनाकर काम करने की ओर कदम बढ़ा रही है। जिसके तहत प्रदेश में हाईड्रो पावन की संभावनाओं पर तेजी से काम करते हुए प्रदेश को उर्जा प्रदेश की ओर बढ़ाने काम तेजी से होगा। इसके लिए प्रदेश में हाईड्रो उर्जा के लिए नये स्थलों को चयनित कर इस ओर तेजी से काम किया जायेगा।
टीएचडीसी राजस्थान, यूपी व तमिलनाडु में लगभग 2000 मेगावाट के सोलर पार्क बनाने को लेकर काम कर रहा है। इसके साथ टीएचडीसी प्रदेश के विभिन्न राज्यों के साथ उर्जा क्षेत्र में कदम बढ़ा रहा है। इस मौके पर अपर महाप्रबंधक एचआर और प्रशासन एएन त्रिपाठी ने कहा कि टिहरी झील में नेशनल लेबल के स्पोर्ट खेल हाल ही करवाने का प्रयोग सफल रहा है। जल्दी ही टिहरी को वाटर स्पोर्टस में अंतराष्ट्रीय स्तर का डेस्टिनेशन बनाने की ओर कदम बढ़ाया जा रहा है। इस मौके पर प्रबंधक मनबीर नेगी, उप प्रबंधक आरडी ममगाई, उप प्रबंधक दीपक उनियाल, विपिन सकलानी आदि मौजूद रहे।