आपदा से प्रभावितों ने डीएम से की क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के पुर्ननिर्माण की मांग
नई टिहरी। देवप्रयाग में शांता नदी में आई आपदा से प्रभावितों ने डीएम टिहरी को तहसीलदार के माध्यम से पत्र भेजकर आपदा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के पुर्ननिर्माण की मांग की है। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी हरिष्ण भट्ट की अगुवाई में आपदा प्रभावितों ने तहसीलदार देवप्रयाग मानवेन्द्र बर्थवाल से मिलकर ज्ञापन सौंपा। प्रभावितों ने कहा कि बीते 31 मार्च को उन्होंने डीएम से भेंट की थी। जिसमें डीएम ने 15 अप्रैल तक देवप्रयाग का दौरा कर शांता नदी की आपदा का मलबा हटाए जाने, यहां पुलिया निर्माण किए जाने के साथ ही क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग आदि का निरीक्षण करने का पूरा आश्वासन दिया था। लेकिन डीएम का दौरा नहीं होने से यहां यह सभी कार्य जहां के तहां पड़े हुए हैं। राज्य आंदोलनकारी हरिष्ण भट्ट ने कहा कि डीएम का दौरा नहीं होने से प्रभावित निराश हैं। आपदा प्रभावित व्यापारियों को डीएम के दौरे से उनकी सुध लिए जाने की उम्मीद बंधी थी। वहीं चार धाम यात्रा के मद्देनजर शांता नदी आपदा से क्षतिग्रस्त पुलिया का निर्माण शुरू होने, बरसात से पहले शांति बाजार के लिए खतरा बने मलबे के हटने, संगम व श्री रघुनाथ मंदिर तक जाने वाले पैदल मार्ग का सुधार होने की आशा बनी थी। इस मार्ग के क्षति ग्रस्त होने से तीर्थ में गंगा स्नान, भगवान रघुनाथ के दर्शन को आने वाले यात्रियों को काफी मुश्किल बनी है। कई यात्री यहां फिसलने से चोटिल भी हो जाते हैं। डीएम से प्रभावितों ने पुन देवप्रयाग के आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने की गुहार लगाई है। साथ ही संबंधित विभागों को निर्देश देने का भी आग्रह किया है। ज्ञापन देने वालो में रणजीत सिंह,जेपी पंत, उत्तम सिंह, अवतार सिंह, विनोद कुमार आदि शामिल रहे।