निगम के खिलाफ व्यापारियों का गुस्सा, बंद रहा बाजार

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व्यापारियों ने नगर निगम पर लगाया उनके उत्पीड़न का आरोप
व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर कर लगाने सहित अन्य मुद्दों पर आक्रोश
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: नगर निगम पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। आरोप है कि नगर निगम विभिन्न कर थोपने के साथ ही अन्य कई मुद्दों को लेकर उन्हें परेशान कर रहा है। व्यापारी संगठनों ने जल्द समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर आंदोलन को तेज करने की भी चेतावनी दी है। कहा कि शहर में व्यापारियों का उत्पीड़न किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पिछले कुछ दिन से नगर आयुक्त की ओर से बेसय हो रही लोडिंग-अनलोडिंग पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। यही नहीं आयुक्त लगातार ओवरलोडेड वाहनों की धरपकड़ भी कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने व्यापारियों को व्यवसायिक कर जमा करने के भी नोटिस थमा दिए हैं। जिससे नाराज व्यापारियों ने नगर निगम के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त करना शुरू कर दिया है। व्यापारियों ने व्यापार मंडल को साथ लेकर शुक्रवार को कोटद्वार में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे। हलांकि, इस दौरान आवश्यक वस्तुओं की दुकानें ही खुली रही। उधर, व्यापार मंडल के महामंत्री लाजपतराय भाटिया ने आरोप लगाया कि नगर आयुक्त अपनी सीमा से बाहर जाकर व्यापारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं और उनकी कार्यप्रणाली के विरोध में ही बाजार बंद का निर्णय लिया गया था। कहा कि कोरोना के बाद से अर्थिक नुकसान झेल रहे व्यापारियों का उत्पीड़न करना ठीक नहीं है। आयुक्त अपने कार्यों को छोड़ अन्य विभागीय कार्यों में दखल दे रहे हैं। बाजार बंद कराने वालों में नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष महेन्द्र बिष्ट, भाजपा नेता उमेश त्रिपाठी, मंडी समिति के अध्यक्ष और भाजपा नेता सुमन कोटनाला, भाजपा नेता और पूर्व सभासद विवेक अग्रवाल, अजय अग्रवाल, मुकेश मल्होत्रा आदि शामिल रहे।

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