सफाई कर्मियों की अनदेखी का खामियाजा भुगत रहे हैं स्थानीय लोग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम के काशीरामपुर तल्ला में कूड़े से भरा डस्टबीन स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ा रहा है। यहां पर हर समय डस्टबीन कचरे से भरा रहता है, लेकिन साफ-सफाई का जिम्मा संभाल रहा नगर निगम की नजर इस ओर नहीं जा रही है। डस्टबीन की सफाई न होने से स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
नगर निगम क्षेत्र में 40 वार्ड है। इन वार्डों की सफाई का जिम्मा नगर निगम के पास है। पूर्व में निगम ने सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए मुख्य चौराहों पर कूड़ा डालने के लिए बडे़-बड़े डस्टबीन रखे थे। काशीरामपुर तल्ला में भी गुलर पुल के पास खेल मैदान के समीप कूड़ा एकत्रित करने के लिए डस्टबीन रखा गया। डस्टबीन में स्थानीय लोग कूड़ा भी डालते है, लेकिन नगर निगम के कर्मचारी डस्टबीन को समय पर खाली नहीं कर रहे है। जिस कारण स्थानीय लोगों और राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय निवासी विजय का कहना है कि यहां रखा डस्टबीन कचरे से भरा रहता है, पर इसे साफ करने की पहल नहीं होती है। इतना ही नहीं, आसपास के रहने वाले लोग भी अपने घर का कचरा यहीं डंप कर देते हैं। ऐसे में डस्टबीन के समीप कचरे का हमेशा अंबार लगा रहता है। इस संबंध में कई बार नगर निगम के अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। बरसात होने की वजह से डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों के फैलने का डर सताने लगा है। डस्टबीन कूड़े से भरा होने के कारण वहां से आवाजाही करने में परेशानी हो रही है। साफ-सफाई बनाये रखने के लिए स्थानीय लोगों को भी जागरुक होना पड़ेगा। निगम के कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने नगर निगम से समय पर डस्टबीन की सफाई कराने की मांग की है। उधर, नगर निगम के सफाई निरीक्षक सुनील कुमार का कहना है कि कर्मचारियों को सार्वजनिक स्थानों पर रखे गये डस्टबीन की समय पर सफाई करने को कहा जायेगा।