केवट प्रसंग लीला देख भावुक हुए दर्शक
श्रीनगर गढ़वाल : श्री आदर्श रामलीला श्रीनगर के तत्वाधान में चल रही रामलीला के पांचवें दिन केवट लीला व भरत संताप लीला का मंचन किया गया। लीला मंचन के दौरान दर्शक भावुक हो उठे। रामलीला के पाचंवे दिन की लीला में राम वनवास के बाद सुमंत अयोध्या पहुंचते हैं। उनके पहुंचने के बाद महाराज दशरथ का स्वर्गवास हो जाता है। इधर ननिहाल से लौटे भरत को पता चलता है कि पिताजी का स्वर्गवास हो गया है और बड़े भाई राम को वनवास हो चुका है, तो उन्हें बहुत दु:ख होता है। वह अपनी माता कैकई को बहुत कोसते हैं। पिता के अंतिम क्रियाकर्म के बाद भरत अपने भाई श्रीराम से मिलने के लिए वन में जाते हैं। पिता की मौत की खबर सुनते ही श्रीराम के आंखों से आसुंओं की धारा बहने लगती है। रामलीला में दीपक उनियाल केवट, अभिषेक रावत भरत, पवन जोशी शत्रुघ्न, पंकज बडोनी कैकेई, सह केवट सोनू, प्रमोद, मुकेश नौटियाल, सुमंत बुद्धिबल्लभ उनियाल व पूरण सिंह मंथरा की भूमिका में रहे। संगीत का निर्देशन वीरेन्द्र रतूड़ी और राघव जोशी ने किया। (एजेंसी)