प्रभावित क्षेत्र में नहीं दिखाई दे रहा है बाघ, टीम ने डाला हुआ डेरा
जयन्त प्रतिनिधि :
पौड़ी : बाघ प्रभावित नैनीडांडा और डल्ला में वन विभाग की टीम ने डेरा डाला हुआ है। हालांकि बीते एक सप्ताह से भी अधिक समय से बाघ दोनों ही जगहों पर नहीं दिखाई दिया है।
बाघ ने रिखणीखाल के डल्ला और नैनीडांडा के भैड़गांव सिमल्ली में हमले किए थे, जिनमें दो लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद वन विभाग की टीम ने 16 अप्रैल से यहां डेरा डाल दिया था। टीम ने इस बीच जुई के पास के एक बाघ को पकड़ने में भी सफलता हासिल की थी। बाघ के इन हमलों के बाद प्रशासन ने नैनीडांडा और रिखणीखाल क्षेत्र के स्कूलों को बंद रखा था, अब स्कूलों को दोबारा विधिवत खोल दिया गया है। भैड़वांव में बाघ के हमले के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने भी वन विभाग के प्रति रोष जाहिर कर प्रदर्शन किया था। ग्रामीणों के इस प्रदर्शन के बाद वन विभाग ने भैडगांव में भी बाघ को ट्रैंक्यूलाइज करने के लिए पशुचिकित्सकों की एक टीम तैनात की थी, टीम अभी भी डेरा डाले हुए है। गढ़वाल वन प्रभाग के डीएफओ स्वपनिल अनिरुद्ध ने बताया कि बाघ दोनों ही जगहों पर नहीं दिखाई दे रहा है। दोनों ही जगहों पर टीमें तैनात है। रात्रि गश्त को जारी रखा गया है। भैडगांव में एक तो डल्ला में दो बाघ ट्रैपिंग कैमरों में कैद हुए थे। जिनमें से एक ही बाघ डल्ला के पास पकड़ा गया था। डीएफओ के मुताबिक जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते है तब तक टीम को नहीं हटाया जाएगा। बाघ को लेकर अनुमान है कि अब उसके नहीं दिखाई देने के पीछे यह भी हो सकता है कि वह फिर वापस कार्बेट पार्क में चला गया हो। फिर भी विभागीय टीमें वहां से हटाई नहीं गई है।